जिला कलक्टर एवं एसपी ने व्यवस्थाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए

श्रद्धालुओं के लिए संस्थाओं एवं आमजन के सहयोग से होगी समुचित व्यवस्थाएं

 बाड़मेर, 13 नवंबर। जिला कलक्टर टीना डाबी में बुधवार को चौहटन पंचायत समिति सभागार में आगामी 30 दिसंबर को आयोजित होने वाले अर्द्ध कुंभ सुईया पोषण मेले के तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने संबंधित विभागों को तैयारियों के बारे में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 

जिला कलक्टर डाबी ने कहा कि संबंधित विभाग समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दें। जिला कलक्टर टीना डाबी ने ने कहा कि सुईया पोषण मेले में लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। समस्त विभागीय अधिकारी उनको सौंपे गए उत्तरदायित्वों का पूर्ण निष्ठा के साथ निवर्हन करें। निर्धारित समयावधि से पहले समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाए। जिला कलक्टर ने मेला परिसर स्थल पर सफाई, बिजली, पानी, आवास, शौचालय, वाहन पार्किंग, रोड़ लाइट, यात्रियों की परिवहन सुविधा के लिए अतिरिक्त रोडवेज बसों के संचालन, चिकित्सा सुविधा एवं सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं मेला आयोजन कमेटी सदस्यों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय से विभाग तैयारी कर लें, लापरवाही बरतने पर कार्यवाही की जाएगी। 

अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेंद्रसिंह चाँदावत ने विभागीय अधिकारियों से उनको सौंपे गए उत्तरदायित्वों का वाचन किया। विधायक आदुराम मेघवाल ने भी बैठक को संबोधित करते हुए आवश्यक सुझाव दिए। 

 पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रसिंह मीणा ने मेला अवधि के दौरान कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था संबंधित पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि गृह विभाग के दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान 2 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात करने के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। उन्होंने पार्किग एवं श्रद्धालुओं की आवाजाही, परिवहन एवं आवास व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान महंत जगदीशपुरी ने बताया कि सुईया कपालेश्वर, विष्णु पगल्या, पीपलिया, आम्बलिया, धर्मराज जी की बेरी, इन्द्रबाण तालाब, भीमगोड़ा, स्वर्गासेरी एवं डूंगरपुरी महाराज के मठ समेत अन्य स्थानों पर आमजन की आवाजाही के लिए समस्त प्रकार की व्यवस्थाएं की जाए। उन्होंने मेला अवधि के दौरान पानी, बिजली, सफाई, बबूल की झाड़ियों की कटाई, यातायात एवं यात्रियों के आवास संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि संबंधित विभाग यथाशीघ्र आवंटित कार्य पूर्ण करवाएं। उन्होंने जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ विभिन्न धार्मिक संस्थाओं, विभिन्न समाजों एवं आमजन के सहयोग से समस्त प्रकार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने का भरोसा जताया। चौहटन उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान ने बताया कि इस बार मेले में देश के विभिन्न स्थानों से 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। उन्होंने मेले के दौरान व्यवस्थाओं संबंधित प्रस्तावित कार्य योजना के बारे में विस्तार से अवगत कराया। 

इस दौरान प्रधान चौहटन रूपा राम सारण, नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि सहित विभिन्न जिला स्तरीय एवं ब्लाक स्तरीय विभागीय अधिकारी, गणमान्य नागरिक, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

रोडवेज चलाएगा स्पेशल बसें

सुईया मेले के दौरान रोडवेज की ओर से स्पेशल बसें चलाई जाएगी। ताकि श्रद्धालुओं को आवाजाही में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। इस दौरान ग्रामीण इलाकों से भी निजी बस संचालकों को निर्देशित करते हुए सुईया मेले के लिए बसों का संचालन करवाया जाए। इसके लिए जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने लिया तैयारियों का जायजा

चौहटन प्रवास के दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी ने सुईया मेले की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कपालेश्वर महादेव मंदिर तक आने-जाने वाले रास्तों एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के संबंध में जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने मेला स्थल पहुँचकर मौक़ा निरीक्षण भी किया। 

सुईया मेले का धार्मिक महत्व

सुईया मेले के दौरान शुभ योग में स्नान करना महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां से बहने वाले झरने का पानी तलहटी में इन्द्रबाण तालाब में एकत्रित होता है। यहां पर श्रद्धालु स्नान तथा जलाभिषेक करते है। चौहटन में सुईया मेला पांच योग के मेल होने पर भरता है। ऐसा मेल वर्ष 2007 के बाद अब 30 दिसंबर को होगा। इसी दिन पौष माह, अमावस्या, मूल नक्षत्र व्यातिपात योग का मिलन है। इन पांच योग के मेल होने पर ही सुईया के मेले का आयोजन होता है।