जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर के निर्देशानुसार धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत सोमवार को जिला स्तरीय मंथन शिविर का आयोजन बाड़मेर जिला परिषद् के सभागार में किया गया।
इस दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा कि इस अभियान में शामिल 17 विभागों के अधिकारी निर्धारित मानकों के आधार पर उनको आवंटित किए गए लक्ष्यों प्राप्ति सुनिश्चित करवाएं। जिला कलक्टर ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से केन्द्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ते हुए जनजातीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की क्रियान्विति में बाड़मेर जिले को अव्वल स्थान पर रखने का प्रयास करें। इस दौरान जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्रसिंह चांदावत ने विभागवार अभियान के दौरान किए जाने वाले कार्यों तथा आगामी 15 नवंबर को आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में अभियान के तहत जनजातीय समुदाय के लोगों को अधिकाधिक तादाद में विभागीय योजनाओं से लाभांवित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत बाड़मेर एवं बालोतरा जिले की 16 पंचायत समितियों के 71 गांवों को शामिल किया गया है। इसके तहत सक्षम बुनियादी ढांचे का विकास, आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच, स्वस्थ्य जीवन और सम्मानजनक वृद्धावस्था के साथ कनेक्टीविटी से जुड़े कार्याें को करवाया जाएगा। इस दौरान 17 विभागों के अधिकारियों ने संबंधित विभागीय गतिविधियों को क्रियान्वित करने के संबंध में आवश्यकता आंकलन, वर्तमान प्रावधान, अतिरिक्त प्रावधान की आवश्यकता, विस्तृत आयोजन एवं माईलस्टोन के साथ कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने विभागीय तैयारियों से अवगत कराते हुए अभियान के सफल क्रियान्वयन की बात कही। इस दौरान अधिशाषी अभियंता राजेंद्रसिंह, अतिरिक्त विकास अधिकारी लूणाराम रईसल समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
क्या-क्या होगा इस अभियान में - धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में वन अधिकार अधिनियम के तहत सभी अधिकार धारकों को टिकाऊ कृषि पद्धतियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा जनजातीय परिवारों के लिए पक्के घरों का निर्माण, जनजातीय-बहुल गांवों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण और प्रत्येक पात्र गांव में पाइप से जल पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा विद्युत एवं एलपीजी कनेक्शन भी प्रदान किए जाएंगे। संबंधित गांवों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करने के साथ पात्र परिवारों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए जाएंगे। जिन गांवों में आंगनबाड़ी केन्द्र एवं राजकीय विद्यालय नहीं हैं, वहां के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे।