कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वे “एकाधिकार विरोधी” हैं। “मैं नौकरियों का समर्थक हूँ, व्यापार का समर्थक हूँ, नवाचार का समर्थक हूँ, प्रतिस्पर्धा का समर्थक हूँ। मैं एकाधिकार का विरोधी हूँ। हमारी अर्थव्यवस्था तभी फलेगी-फूलेगी जब सभी व्यवसायों के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष स्थान होगा,” गांधी ने एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो में कहा। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि उन्होंने अपना कैरियर एक प्रबंधन सलाहकार के रूप में शुरू किया था और इस प्रकार उन्होंने समझा कि एक व्यवसाय कैसे सफल हो सकता है। गांधी का यह वीडियो तब जारी किया गया जब भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ “निराधार आरोप” लगाने के लिए उन पर हमला किया और उनसे निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तथ्यों की जांच करने को कहा।भाजपा ने एक्स पर लिखा: “तथाकथित ‘मैच फिक्सिंग इजारेदार समूहों बनाम निष्पक्ष व्यापार’ के माध्यम से मोदी सरकार के खिलाफ एक और निराधार आरोप केवल भ्रामक है।” भगवा पार्टी ने गांधी का परोक्ष संदर्भ देते हुए कहा, “प्रिय बालक बुद्धि, तथ्यों की जांच किए बिना निष्कर्ष पर न पहुंचें।” उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस लेख की निंदा की है जिसमें उन्होने पूर्व राजपरिवारों के विरुद्ध अनर्गल टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अंग्रेज़ी औऱ हिन्दी अखबारों में अपने लेख के माध्यम से पूर्व राजपरिवारों पर सारहीन आरोप लगाया है कि महाराजाओं को रिश्वत दे कर अंग्रेजों ने भारत पर शासन किया। राहुल गांधी द्वारा लिखे गये लेख में पूर्व राजपरिवारों की छवि धूमिल करने के प्रयास की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूँ। वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा कि नफरत फैलाने वालों को भारतीय गौरव और इतिहास पर व्याख्यान देने का कोई अधिकार नहीं है। राहुल गांधी का भारत की समृद्ध विरासत के बारे में अज्ञान और उसका औपनिवेशिक मानसिकता सभी सीमाओं को पार कर गई है। सिंधिया ने आगे कहा कि यदि आप राष्ट्र को ‘उन्नत’ करने का दावा करते हैं, तो भारत माता का अपमान करना बंद करें और महादजी सिंधिया, युवराज बीर तिकेंद्रजीत, कित्तूर चेन्नम्मा और रानी वेल्लु नचियार जैसे सच्चे भारतीय नायकों के बारे में जानें, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया।