मौसम बदलने के साथ ही बच्चों में खांसी-जुकाम के साथ निमोनिया के केस बढ़ गए हैं। इसका असर जयपुर में जेके लोन हॉस्पिटल में देखने को मिल रहा है। यहां पीडियाट्रिक मेडिसिन डिपार्टमेंट की सभी यूनिट्स में बेड फुल हो गए हैं। हॉस्पिटल प्रशासन के मुताबिक यहां रोज 220 से ज्यादा बच्चे भर्ती हो रहे। इसमें 80 फीसदी से ज्यादा बच्चे सांस में तकलीफ, निमोनिया की शिकायत वाले हैं।एसएमएम मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर और जे.के. लोन हॉस्पिटल के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कपिल गर्ग ने बताया- अक्सर इन दिनों ऐसे बच्चे हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे हैं, जिनमें सांस की तकलीफ और निमोनिया की शिकायत है। इसमें 12 साल की उम्र तक के बच्चों की संख्या ज्यादा है।डॉक्टर गर्ग ने बताया- इस समय जो तापमान है, वह वायरल इंफेक्शन के अनुकूल है। बच्चों-बुजुर्गो में तेजी से इफेक्ट करता है। अगर कोई बच्चे के खांसी-जुकाम या बुखार है तो उन बच्चों को माता-पिता को स्कूल नहीं भेजना चाहिए। ताकि उस बच्चे के इंफेक्शन से दूसरे बच्चे प्रभावित न हो। इसके साथ ही डॉक्टर ने बच्चों को इन दिनों मास्क का उपयोग करवाने की भी सलाह दी है।