राजस्थान में उपचुनाव के बीच प्रदेश की सियासत उबाल पर है। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने समग्र शिक्षा में 1382 पदों पर भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी नहीं करने पर शिक्षामंत्री मदन दिलावर पर जमकर हमला बोला। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर लिखा कि शिक्षामंत्री रिजल्ट रोककर बैठे हैं। ताकि वो अपने चहेतों और RSS के लोगों को इन पदों पर बैठाकर शिक्षा का बेड़ागर्क कर सकें। जिसके बाद शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने डोटासरा पर पलटवार करते हुए कहा कि समग्र शिक्षा में अपने प्यादों को लगाकर क्या क्या खेल खेले गए? खुलासा करूंगा तो मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। शिक्षा विभाग का बेड़ागर्क करने वाले डोटासरा अब हम पर उंगली उठा रहे हैं । मेरी उनको सलाह है कि पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। समग्र शिक्षा में अपने प्यादों को लगाकर क्या क्या खेल खेले गए? खुलासा करूंगा तो मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे उन्होंने आगे लिखा कि अब इनके प्यादों की छंटनी का नंबर आया तो तिलमिला रहे है। तुम्हारे द्वारा फैलाई गई गंदगी को साफ करने में समय तो लगेगा। पर में साफ करके रहूंगा। खूब चिल्लाओ। RSS से कांग्रेस वाले क्या तुलना करेंगे? RSS के स्वयंसेवक तो देश चला रहे है, और तुम्हारी कांग्रेस से ज्यादा अच्छे से चला रहे है। भ्रष्टाचार की बात तो डोटासरा और उनकी कांग्रेस ना करे तो ही अच्छा है। सारा देश लूट कर खाने वाले और भर्ती परीक्षाओं के पेपर चोर हम पर उंगली उठाने की हिम्मत कर रहे है। मेरी उनको सलाह है कि जिनके घर शीशे के होते है वो दूसरे पर पत्थर नहीं फेंका करते है।उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। शिक्षा विभाग का बेड़ागर्क करने वाले डोटासरा अब हम पर उंगली उठा रहे हैं । मेरी उनको सलाह है कि पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। समग्र शिक्षा में अपने प्यादों को लगाकर क्या क्या खेल खेलेगए? खुलासा करूंगा तो मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। इससे पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भजनलाल सरकार पर समग्र शिक्षा में भर्ती परीक्षा के परिणाम को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने पोस्ट कर लिखा कि समग्र शिक्षा के अंर्तगत करीब 1382 पदों के लिए के 24 जुलाई से 6 अगस्त तक ऑनलाइन इंटरव्यू आयोजित किए लेकिन 3 महीने के बाद भी परिणाम जारी नहीं हुआ। क्योंकि पर्ची_सरकार के शिक्षा मंत्री रिजल्ट रोककर बैठे हैं। ताकि वो अपने चहेतों और RSS के लोगों को इन पदों पर बैठाकर शिक्षा का बेड़ागर्क कर सकें। क्या मुख्यमंत्री जीभ्रष्टाचार का अड्डा बनते शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर संज्ञान लेंगे’?