क्या आप भी मानते हैं कि घी खाने से आप मोटे हो जाएंगे। अगर हां तो आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि सुबह-सुबह खाली पेट घी खाना आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स फैटी एसिड्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर घी खाने से सेहत से जुड़ी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। आइए जानते हैं खाली पेट घी खाने के फायदे।
वजन कम करने में मददगार
अगर आप यह सोचकर घी नहीं खाते हैं कि इससे आपका वजन बढ़ जाएगा, तो आप गलत हैं। घी बॉडी फैट को कम करने में मदद करता है। दरअसल, घी में ब्यूटेरिक एसिड पाया जाता है, जो फैट कम करने में मदद करता है। हालांकि, इस बात का ख्याल रखें कि वजन कम करने के चक्कर में आप ज्यादा घी न खा लें, नहीं तो, वह नुकसानदायक हो जाएगा।
स्किन के लिए फायदेमंद
अगर आप भी चमकती त्वचा पाना चाहते हैं, तो घी मददगार साबित हो सकता है। घी में फैटी एसिड्स पाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए काफी जरूरी होते हैं। इनके कारण स्किन हाइड्रेटेड रहती है और स्किन पर फाइन लाइन्स, झुर्रियां आदि भी कम होती हैं। ड्राई स्किन के लिए यह खासकर फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इससे स्किन की ड्राईनेस कम होती है। साथ ही, इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं।
बालों को चमकदार बनाता है
घी बालों को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद करता है। इसमें मौजूद फैटी एसिड्स बालों की नेचुरल कंडिशनिंग करते हैं। इसलिए सुबह खाली पेट घी खाने से बालों में चमक आती है और बालों का झड़ना कम होता है।
जोड़ों के दर्द से आराम
धी खाने से जोड़ों को ल्यूब्रिकेशन मिलता है, जिससे घुटने और अन्य जोड़े जल्दी घिसते नहीं हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन कम करने में मदद करते हैं, जिसकी वजह से भी जोड़ों का दर्द कम होता है। साथ ही, यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
दिल के लिए फायदेमंद
घी को दिल के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। हेल्दी फैट्स मौजूद होने की वजह से यह गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाता है, जो दिल की बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा, यह सूजन भी कम करता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और दिल हेल्दी रहता है।
पाचन के लिए फायदेमंद
सुबह खाली पेट घी खाने से गट हेल्थ बेहतर होती है। साथ ही, इसे खाली पेट खाने से आंतों में ल्यूब्रिकेशन भी होता है, जिससे खाना आसानी से मूव कर पाता है और कब्ज और ब्लोटिंग, जैसी परेशानियों कम होती हैं। साथ ही, यह आंत की एसिडिटी को कम करता है और पोषक तत्वों के अबजॉरप्शन को बढ़ाता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।