राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता नरेश मीणा ने बगावती तेवर दिखाते हुए चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि देवली-उनियारा सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल सकता है। इससे कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। बता दें कि राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ महासचिव नरेश मीणा को देवली उनियारा से कांग्रेस का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन, टिकट नहीं मिलने पर वे बेहद भावुक हो गए थे और फूट-फूट कर रोते हुए कहा था कि अब मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। लेकिन, एक दिन बाद ही मीणा ने यू-टर्न लेते हुए चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के नेता नरेश मीणा ने आज सुबह जयपुर में युवाओं से चर्चा के दौरान बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मुझे आस थी कि लोकसभा चुनाव में प्रहलाद गुंजल चुनाव जीत जाएंगे तो राजनीति में नया रास्ता खुल जाएगा। लेकिन, वो चुनाव हार गए। इसके बाद मैंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली और घर बैठ गया। तब प्रहलाद गुजंल ने मुझे हौसला दिया और खुले मंच से आलाकमान को भी संदेश दिया कि नरेश को मौका दो। लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया। हालांकि, उन्होंने कांग्रेस से टिकट के लिए बीजेपी नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। नरेश मीणा ने देवली-उनियारा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि वो पहले जोधपुरिया देव धाम मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरेंगे। उन्होंने कहा कि हम चुनाव में हारेंगे या जीतेंगे, कुछ नहीं पता है। लेकिन, इस बार वो देवली उनियारा से निर्दलीय उपचुनाव लड़ेंगे।