वक्फ बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में मंगलवार को भारी हंगामा हुआ. साथ ही नौबत हाथापाई तक आ गई. टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने बैठक के दौरान वहां रखी कांच की बोतल को उठाकर मेज पर पटक गिया. इससे वो चोटिल हो गए. घटना के बाद भले ही बनर्जी को अशोभनीय व्यवहार के लिए समिति से एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया हो, लेकिन इस घटना के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बुधवार को जयपुर में मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि सांसद कल्याण बनर्जी का व्यवहार लोकतंत्र के विरुद्ध है. इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है. आगे उन्होंने इंडी गठबंधन के नेताओं से भी इस घटना पर उनका रुख साफ करने की बात कही. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में वैचारिक मतभेद के लिए आधार होना चाहिए. अपनी विचारधारा को प्राथमिकता मिले, लेकिन विपरीत बात करने वालों को हिंसात्मक तरीके से दबाने की कोशिश करें, ये लोकतंत्र में स्वीकार नहीं हो सकता है. शेखावत ने कहा कि कल्याण बनर्जी ने जिस तरह का व्यवहार और आचरण किया है, वो संसदीय परंपराओं का अपमान है. यह आचरण संविधान का अपमान है. संवैधानिक व्यवस्थाओं का अपमान है. इस तरह की घटना उन मतदाताओं का भी अपमान है, जिन्होंने उन्हें चुनकर भेजा है.उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह के अपमान को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसके बाद शेखावत कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन को निशाने पर लेते हुए कहा कि राहुल गांधी से लेकर इंडी गठबंधन से जुड़े सभी नेता ये बताए कि उनका इस घटना पर क्या रुख है या फिर इस घटना का खंडन करें.