श्रमिकों को सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं के प्रति किया जागरूक
बूंदी। राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना के सामुदायिक जागरूकता एवं जनसहभागिता कार्यक्रम के तहत आरयूआईडीपी के सहयोग से ड्रेनेज परियोजना के तहत शहर के जैतसागर नाले पर कार्यरत श्रमिकों को सुरक्षा और श्रमिक कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक किया।
श्रमिक जागरूकता कार्यक्रम में श्रमिकों की भूमिका पर बोलते हुए कैप आरयूआईडीपी के सचिन मुद्गल ने बताया कि श्रमिक किसी भी शहर के विकास की नींव होते हैं। उनके बिना किसी शहर का विकास संभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि सरकार अनेक योजनाएं चलाती हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में कई श्रमिक उनका उचित लाभ नहीं उठा पाते हैं। श्रमिक कार्ड से होने वाले लाभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपना श्रम विभाग में पंजीकरण कराये। जिससे होने वाले लाभ को उठा सके। श्रमिक कार्ड से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि श्रमिक कार्ड बनने के बाद दो बेटियों की शुभ शक्ति योजना पर सरकारी सहायता राशि, दुर्घटना होने पर एवं लड़के व लड़की के जन्म पर सहायता राशि प्रदान की जाती है, इसके साथ ही कक्षा 6 से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति की सुविधा भी दी जाती है। श्रमिक कार्ड को 18 वर्ष से 58 वर्ष का कोई भी पुरुष व महिला बनवा सकते हैं। इसके साथ ही नरेगा जॉब कार्ड ,आयुष्मान योजना आदि शामिल है ।
सोशल सेफगार्ड नरेश महाबर ने श्रमिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि साईट पर कार्य करते समय सुरक्षा का विशेष ध्यान रखे एवं पूरे सुरक्षा उपकरणों के साथ ही कार्य करें, क्योंकि छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है साथ ही बताया कि श्रमिकों को साईट पर कार्य करते समय किन किन प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और उनसे किस प्रकार बचा जा सकता है।
इसके साथ ही सपोर्ट इंजीनियर हर्ष शर्मा, साइट इंजीनियर देवेन्द्र सिंह हाड़ा, एसओटी टीम के सौरव शर्मा, बबिता जांगिड़ और हिमानी ने व्यक्तिगत स्वच्छता पर बताते हुए कहा कि श्रमिक खाना खाने से पहले शौच जाने के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोए, मंजन करें तथा अपने आसपास साफ सफाई रखें।