स्टाइपेंड और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने समेत दूसरी मांगों को लेकर हड़ताल पर गए रेजीडेंट्स डॉक्टर्स ने आज दूसरे दिन भी काम बंद रखा। रेजीडेंट्स की इस हड़ताल में इस बार सीनियर का सपोर्ट नहीं है। वहीं बार-बार हड़ताल से मरीजों को होने वाली परेशानी को देखते हुए एसएमएस हॉस्पिटल के इमरजेंसी डिपार्टमेंट ने कॉलेज प्रिंसिपल को पत्र लिखकर हड़ताल पर जाने वाले पीजी रेजीडेंट्स का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की है।शनिवार रात 8 बजे से हड़ताल पर गए इन रेजीडेंट्स ने ओपीडी, आईपीडी और इमरजेंसी सेवाओं का बहिष्कार कर दिया है। इसका प्रभाव आज ओपीडी के साथ आईपीडी, ओटी और इमरजेंसी सेवाओं पर भी देखने को मिला है। जयपुर के एसएमएस में ही 100 से ज्यादा छोटी-बड़ी सर्जरी टाल दी है।पिछले डेढ़ साल में चौथा मौका है, जब डॉक्टर्स ने किसी न किसी मांग को लेकर हड़ताल की है। करीब डेढ़ माह पहले कोलकाता में हुई घटना के विरोध में भी जयपुर समेत प्रदेश के तमाम सरकारी मेडिकल कॉलेज और उसने से अटैच हॉस्पिटल में लम्बे समय तक डॉक्टर्स हड़ताल पर रहे थे।