केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में मिलिट्री ऑपरेशन में क्रांति लाने की क्षमता है।AI पहले से अनुमान लगाकर विश्लेषण कर सकता है। उसके पास स्वतंत्र डिसीजन मेकिंग सिस्टम भी है। राजनाथ सिंह ने ये बता शनिवार को दिल्ली में आयोजित 62वें राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय पाठ्यक्रम दीक्षांत समारोह में कही।उन्होंने कहा- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में आप (जनता) लीडर होंगे, जिन्हें ये तय करना होगा कि इस तकनीक का फायदा कहां और कैसे उठाया जाए। आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में मिलिट्री लीडर्स को जियो-पॉलिटिक्स, इंटरनेशनल रिलेशन और ग्लोबल सिक्योरिटी अलायंस की परेशानियों की मजबूत समझ होना बहुत जरूरी है।सिंह ने कहा कि मिलिट्री लीडर्स के लिए गए फैसलों के दूरगामी रिजल्ट हो सकते हैं, जो युद्ध के मैदान से आगे बढ़कर डिप्लोमेसी, इकोनॉमिक्स, इंटरनेशनल लॉ के दायरे में भी फैल सकते हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों में पॉलिटिकल सीख बहुत जरूरी है।