मिश्रण ने स्वतंत्रता के लिए राजाओं को एकजुट होकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए किया प्रेरित 

बूंदी। भारतीय सांस्कृतिक निधि इंटेक द्वारा आयोजित महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण जन्मोत्सव सप्ताह के तहत विश्व भारती विद्यालय में वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें प्रतिभागियों ने  चारण साहित्य में महाकवि सूर्यमल्ल सिरमौर विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।


इंटेक चेप्टर बूंदी के संयोजक राज कुमार दाधीच ने कहा कि मिश्रण जहां इतिहासकार व कवि है, वहीं भारत की आजादी के भी दीवाने भी रहे। उन्होंने राजपूताना के राजाओं को स्वतंत्रता के लिए एकजुट होकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया करते हुए अपनी सारी पूंजी आजादी के खातिर 1857 की क्रांति में तात्या टोपे को सुपुर्द कर दी और शेष जीवन फाकाकशी में गुजार दिया। मातृभूमि के लिए मर मिटने वाले महाकवि को चारण साहित्य में सिरमौर बनता है। सहसंयोजक राजेंद्र भारद्वाज, मनीष सिसोदिया संस्था प्रधान विश्वनाथ भारद्वाज ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर मानसिंह हर्षवर्धन सौरभ दीपांशु ने सर्वश्रेष्ठ वाद विवाद प्रस्तुत कर पुरस्कार प्राप्त किया। 
महाकवि सूर्यमल मिश्रण सप्ताह के तहत शुक्रवार को ऐतिहासिक नवल सागर झील पर दीपदान किया जाएगा। दीपदान के प्रभारी पियूष पाचक,मनीष सिसोदिया और जे पी त्रिपाठी को बनाया गया है। संयोजक राजकुमार दाधीच और राजेंद्र भारद्वाज ने दीपदान में आम जन से भाग लेने की अपील की हैं।