बाड़मेर में नए उद्योग स्थापित होने से विकास के आयाम स्थापित होंगे
बाड़मेर, 16 अक्टूबर। राज्य सरकार अधिकाधिक निवेश एवं उद्यमियों के प्रोत्साहन के लिए तत्पर है। उद्योगों की स्थापना के लिए समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। बाड़मेर में इन्वेस्टमेंट समिट के जरिए हुआ निवेश भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह इतिहास के पन्नों में लिखे जाने वाला क्षण है। इससे विकास के साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के. विश्नोई ने बुधवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर हवेली रिसोर्ट में आयोजित जिला स्तरीय इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान उद्यमियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के.विश्नोई ने कहा कि उद्यमियों के निवेश को समृद्ध एवं सुरक्षित बनाने के लिए राजस्थान सरकार हर कदम पर उनके साथ है। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में अधिकाधिक निवेश करते हुए प्रदेश के विकास में नए आयाम स्थापित करें। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की ओर से उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। राज्य स्तरीय समिट में भी निवेश के लिए उद्यमी एमओयू करवा सकते है। उन्होंने कहा कि पहली मर्तबा राज्य सरकार ने निवेशकों एवं इनोवेटर्स को राजस्थान में निवेश के लिए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल एवं आईएएस को विदेश भेजा। राज्य मंत्री विश्नोई ने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं जर्मनी की यात्रा पर है। राजस्थान में निवेश के लिए बनाए गए सकारात्मक वातावरण के अच्छे परिणाम मिलने लगे हैं। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 की घोषणा के दो महीने के भीतर अब तक 15 लाख करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस दौरान राज्य मंत्री विश्नोई ने राज्य सरकार की ओर से पहले वर्ष में ऐतिहासिक बजट प्रस्तुत किए जाने का उल्लेख करते हुए राइजिंग राजस्थान, 2047 में विकसित भारत, भारत माला परियोजना एवं जन कल्याणकारी योजनाओं तथा राज्य सरकार के जनहित के फैसलों के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल ने उद्यमियों को बधाई देते हुए कहा कि बाड़मेर जिले के कई उद्यमियों में अल्प समय में विकास का सफर तय किया है। उनसे प्रेरणा लेते हुए दूसरे उद्यमियों को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करते हुए बाड़मेर के विकास के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आमजन के कल्याण के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लेने के लिए नीतियां निर्धारित की है। किसानों को दिन के समय प्रतिदिन 8 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी को राहत प्रदान करने के साथ उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं लागू की गई है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की बदौलत ग्रामीण विकास को बढ़ावा मिला।
प्रभारी सचिव सुबीर कुमार ने कहा कि अब बाड़मेर जिले का परिपेक्ष्य बदल गया है। पिछले कुछ वर्षों में बाड़मेर में विकास के नए आयाम स्थापित हुए है। उन्होंने कहा कि समिट में हुए एमओयू के बाद बाड़मेर में नए उद्योग स्थापित होने से विभिन्न क्षेत्रों में विकास के नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि बाड़मेर के लोग निरंतर प्रयास करते हुए आगे बढ़े और विश्व पटल पर अपना एवं जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने एमओयू करने वाले उद्यमियों को बधाई देते हुए कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि वे बाड़मेर जिले के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आगे आए है। कार्यक्रम के अंत में जिला कलक्टर टीना डाबी ने जिला स्तरीय इन्वेस्टमेंट समिट के सफलतम आयोजन के लिए उद्यमियों एवं विभागीय अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इससे बाड़मेर जिले में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में 2200 करोड़ का निवेश होना बेहद ऐतिहासिक पल है। जो विभिन्न क्षेत्रों में विकास के साथ स्थानीय लोगों की प्रगति के द्वार खोलेगा।
लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष ईश्वरलाल बालड़ ने राजस्थान सरकार के उद्योगों को प्रोत्साहन देने की नीति की सराहना करते हुए कहा कि बिजली,पानी एवं रियायती दरों पर जमीन उपलब्ध कराने के लिए भी अतिरिक्त प्रयास किए जाने चाहिए। इससे प्रदेश में निवेश को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने राज्य स्तरीय समिट में अधिकाधिक निवेश के लिए उद्यमियों से आगे आने की अपील की। राजस्थान एचपीसीएल रिफाइनरी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जीयू नरसिमलु ने रिफाइनरी स्थापित होने से वृहद स्तर पर उद्योग स्थापित होने एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होने के बारे में विस्तार से अवगत कराया। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक अनंत आर्य ने इन्वेस्टमेंट समिट में उद्यमियों की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे निवेश एवं प्रोत्साहन के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत कराया।
समिट के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनीचामी, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत, यूआईटी सचिव श्रवणसिंह राजावत, उपखंड अधिकारी वीरमाराम, नगर परिषद सभापति दिलीप माली, समाजसेवी दिलीप पालीवाल, स्वरूपसिंह खारा, दीपक कड़वासरा, पुलिस उप अधीक्षक रमेश कुमार शर्मा, जगराम, उद्यमी किशोरसिंह कानोड़, जोगेन्द्रसिंह चौहान, कैलाश कोटड़िया, पुरूषोतम खत्री, रीको एआरएम लालाराम समेत विभिन्न जन प्रतिनिधिगण एवं उद्यमी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरूआत में अतिथियों के स्वागत के उपरांत उद्यम प्रोत्साहन संबंधित फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर डॉ. मुकेश पचौरी एवं रूपाली शर्मा ने किया। समिट के दौरान बाड़मेर जिले के प्रमुख उद्यमों एवं हस्तशिल्पियों के उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के. विश्नोई समेत अन्य जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
2200 करोड़ के निवेश के लिए एमओयू - बाड़मेर में जिला स्तरीय इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के. विश्नोई, प्रभारी सचिव सुबीर कुमार, जिला कलक्टर टीना डाबी, पुलिस अधीक्षक नरेंद्रसिंह मीना एवं चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल की उपस्थिति में 151 उद्यमियों ने जिला प्रशासन के साथ 2200 करोड़ के निवेश के लिए एमओयू किया। इसमें सर्वाधिक निवेश के लिए किशोरसिंह कानोड़ ने 1225 करोड़ का एमओयू किया। इसमें 1000 करोड़ का रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर, कृषि विश्व विद्यालय के लिए 200 करोड़ एवं 25 करोड़ होटल निर्माण के लिए किए गए। इसके अलावा मैसर्स तनसिंह चौहान की ओर से जोगेन्द्रसिंह चौहान ने 171 करोड़, कैलाश मेहता ने 161 करोड़, जेएसडब्ल्यू की ओर से 28 करोड़ के निवेश के लिए एमओयू हस्ताक्षर किए गए।