ठग ने खुद को क्राइम ब्रांच में पोस्टेड बताकर लेक्चरर के बेटे को रेप के मामले में पकड़ने की बात कही। बोला- आपका बेटा सड़क पर अपने दोस्तों के साथ खड़ा था। उसके दोस्तों ने एक लड़की का रेप किया है। सभी को पकड़ लिया। उसे छोड़ने की एवज रुपए मांगे। इस दौरान लेक्चरर ने दूसरे मोबाइल से ठग की बातों का ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। रिकॉर्डिंग को साइबर थाने को दिया गया है एग्जाम कंट्रोलर डॉक्टर प्रवीण भार्गव ने बताया- घटना मंगलवार सुबह साढ़े 9 बजे की है। वॉट्सऐप पर अनजान नंबर से वॉइस कॉल आया था। कॉल करने वाले की डीपी में किसी IPS की फोटो लगी थी। अंग्रेजी में क्राइम ब्रांच लिखा था।कॉल करके वाले ने कहा- आपके बेटे और उसके दोस्तों को पकड़ा है। बताओ क्या करना है। ठग से पूछा- किस जगह खड़ा था और कहा पकड़ा। इस बारे में उसने कुछ नहीं बताया। ठग ने बेटे का नाम पूछा। तब मैंने गलत नाम और प्रोफेशन बता दिया, जिसे उसने सही मान लिया। इसके बाद मैं सतर्क हो गया, क्योंकि मेरा बेटा कोटा में पढ़ाई कर रहा है। इसके बाद ठग को बातों में उलझाकर रखा और दोनों के बीच की बातचीत को दूसरे मोबाइल में रिकॉर्ड किया।

रोते हुए लड़के से करवाई बात

एग्जाम कंट्रोलर ने बेटे से बात करवाने को कहा। इस पर ठग ने एक लड़के से रोते हुए आवाज सुनाई। उसे गाड़ी में डालकर ले जाने की धमकी दी। मैंने रोते हुए लड़के से पूछा- बेटा तूने क्या किया था? वह बोला- पापा मैं रोड पर खड़ा था, दोस्तों के ऊपर लड़की का मेटर था। उससे पूछा बेटा आज इतना साफ कैसे बोल रहा है। ये सुनकर ठग ने फोन पकड़ लिया। कहा- चलो ले जाओ इसको गाड़ी में।

ठग ने वर्चुअल नंबर से किया कॉल

साइबर थाना हेड कॉन्स्टेबल अर्जुन कुमार ने बताया- प्रवीण भार्गव ने एक वीडियो भेजा है। उनके मोबाइल पर वर्चुअल नंबर से कॉल आया था। उन नंबरों के बारे में सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से जानकारी की जाएगी। उनके साथ ठगी की घटना नहीं हुई। वह पहले ही समझ गए थे। लोगों को ऐसे मामलों में सावधानी रखनी चाहिए। पहले नंबर जांचें, फिर उससे बात करें। अनजान वर्चुअल नंबर से कॉल आने पर अपनी प्राइवेसी (आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो,बैंक डिटेल) शेयर न करें। वॉट्सऐप में रिपोर्ट ऑप्शन पर जाकर ऐसे कॉल को ब्लॉक करें।