131वें राष्ट्रीय दशहरा मेला- 2024 के अंतर्गत सोमवार को विजयश्री रंगमंच पर बरखा जोशी और उनकी शिष्याओं की ओर से प्रस्तुत कथक नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मनमोहन लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ भाजपा नेता शेलेंद ऋषि, सुरभि झामनानी तथा जैस्मिन मेवाड़ा के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। बरखा जोशी ने शुरुआत कृष्ण वंदना से की। उन्होंने "भजे नंदनम समस्त पाप खंडनम.." पर शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके बाद वेन्या शर्मा, भाविका खंडेलवाल, अनाया पचौरी, डोनल कपूर, तनिष्का, दिव्यांशी, रिद्धि ने गणेश वंदना प्रस्तुत की। उन्होंने "हे गज वंदन वक्रतुंड महाकाय..." पर कत्थक प्रस्तुत किया। बरखा जोशी की ओर से सूफी गीत "तोसे नैना मिलाके.." पर कत्थक नृत्य से मंच सजाया गया। इस दौरान उन्होंने पग संचालन, तोड़े, टुकड़े और परन का अद्भुद संयोजन दिखाया। उन्होंने कार्यक्रम का समापन सूफी गीत दमादम मस्त कलंदर.. पर नृत्य के साथ किया। कार्यक्रम में गौरव और ऋतु जोशी ने राधा जैसे बन जाऊं.. ऐसे दीप जलाऊं.. सांसों की माला पे सीमरू मैं तेरा नाम.. मन लाग्यो यार फकीरी में... केसरिया बालम.. गीतों की प्रस्तुतियां दीं।