भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की कड़ी शब्दों में आलोचना की। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की हालिया टिप्पणियों ने भगवंत मान सरकार के लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कुचलने के प्रयासों को जनता के सामने उजागर कर दिया है। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने पंचायत चुनावो में मान सरकार पर नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया में पंजाब सरकार की मशीनरी के दुरुपयोग को लेकर भगवंत मान और उनकी सरकार को कड़ी फटकार लगाई है।
चुग ने कहा कि विपक्षी उमीदवारों का नामांकन पत्रों का खारिज होना, विपक्षी उम्मीदवारों पर दबाव डालना, और कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन करना मान सरकार के पंचायत चुनावों को प्रभावित करने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की हत्या करने के शर्मनाक और हताशा से भरे प्रयासों को उजागर करता है।
चुग ने आम आदमी पार्टी के इन कुकृत्यों को प्रदेश की मशीनरी के स्पष्ट दुरुपयोग बताया और इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अदालत की टिप्पणी है कि "अगर कोई अन्य उम्मीदवार मैदान में नहीं है, तब भी उसे 15 अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख से पहले निर्विरोध घोषित नहीं किया जा सकता, इस टिपण्णी से आप नेताओं की सत्ता के लिए हवस और लोकतांत्रिक मापदंडो को हाशिये पर रखने की उनकी मंशा का पर्दाफाश हो गया है।"
चुग ने अदालत में पेश किए गए चिंताजनक साक्ष्यों के सम्बन्ध में कहा की मान सरकार पंजाब की जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने और अपने राजनीतिक हित साधने लगी है उन्हें ना तो लोकतंत्र की परवाह है ना ही लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी आम जनता की परवाह है।     
चुग ने आप की तानाशाही नीतियों की कड़ी आलोचना की, उन्होंने कहा की पंजाब में शासकीय संकट गहराता जा रहा है आम आदमी पार्टी के नेता राज्य की शक्ति का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज़ को दबाने, चुनावों में धांधली करने और जनता के विश्वास को धोखा देने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे लोकतंत्र की बुनियाद कमजोर हो रही है।
चुग ने पंजाब के लोगो से आग्रह किया कि वे ऐसी किसी भी सरकार को खारिज करें जो जनता की इच्छा के खिलाफ काम करे और लोकतंत्र को बचाएं, इससे पहले कि आम आदमी पार्टी के शासन में पंजाब में लोकतंत्र पूरी तरह समाप्त हो जाए, ऐसे में सिर्फ भाजपा ही पंजाब को ऐसे मजबूत नेतृत्व दे सकती है जो पंजाब की क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान करके उनके लोकतान्त्रिक अधिकारों की भी रक्षा करे।