हरियाणा विधानसभा चुनाव बाद केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल बीकानेर पहुंचे। उन्होंने काश्मीर में मृत सेना के जवान के पांचू स्थित घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। हरियाणा में स्टार प्रचारकों में शामिल रहे मेघवाल ने भास्कर से कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा समर्थकों ने अबकी बार हुड्डा सरकार का नारा दिया। इससे शैलजा समर्थक निराश हो गए। भाजपा एकजुट हाेकर चुनाव मैदान में उतरी।मेघवाल ने कहा कि जो भी एक्जिट पोल के नतीजों से पहले आंकड़े थे वो जमीनी हकीकत के पास नहीं थे। सर्वे करने वालों ने बोलने वालों को तो आंकड़ों में ले लिया लेकिन मौन रहने वालों की मन की बात नही समझ पाए। वहां अनुसूचित जाति के लोग बोल नहीं पाए। वे चुप रहे।सर्वे वालों ने भी इस वर्ग को नहीं सुना। जबकि भाजपा इस गहराई को समझ रही थी। कांग्रेस के नेताओं ने कुमारी शैलजा पर टिप्पणी कर और बड़ी गलती कर दी। उन्हें तो कांग्रेस नेतृत्व तक ने तवज्जो नहीं दी। इसलिए अनुसूचित जाति वर्ग का व्यक्ति आहत था। उनका मानना था कि वो एक महिला हैं। महिला का अपमान ठीक नहीं है। समझदार वर्ग ने इसे समझा। ऊपर से अबकी बार हुड्डा सरकार का नारा लगने से एससी वर्ग ने मान लिया कि उनके नेता का अपमान और इस तरह के नारे किस दिशा में हैं। मेरी पार्टी ने मुझे हरियाणा भेजा। मैने वहां नब्ज परखी और लगातार सभाएं कीं। संपर्क किया। बातचीत से मुझे पहले ही अंदाजा हो गया था कि परिणाम सर्वे से उलट आएंगे।