सब इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक मामले में नया खुलासा हुआ है। इसका पेपर राजस्थान के साथ ही हरियाणा की गैंग के पास भी पहुंचा था। हरियाणा की गैंग ने लाखों रुपए लेकर एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर अभ्यर्थियों को बेचा था। गिरफ्तार आरोपी ट्रेनी एसआई से पूछताछ में हरियाणा गैंग के पास पेपर होने का खुलासा हुआ है।एडीजी (एसओजी) वीके सिंह ने बताया- तीन ट्रेनी एसआई ने हरियाणा की गैंग से 20-20 और 40 लाख रुपए में पेपर खरीदा था। इनमें अलवर के किशनगढ़बास के पूर्व विधायक रामहेत यादव का भतीजा नीरज यादव निवासी राजदोकी (अलवर) , रेणू कुमारी चौहान निवासी कोलिला (अलवर), मोनिका जाट निवासी नूनिया गोठड़ा (झुंझुनूं) और सुरजीत सिंह यादव निवासी हरदास का बाग, अजीतगढ़ (नीमकाथाना) शामिल है। पूछताछ के दौरान मोनिका ने कबूला कि एक परिचित से 40 लाख रुपए देकर हरियाणा की गैंग से पेपर खरीदा था। सुरजीत और नीरज ने भी 20-20 लाख रुपए देकर एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर खरीदा था। एसओजी अब यह जांच कर रही है कि पेपर लीक में यूनिक भांभू का हाथ है या हरियाणा की गैंग ने खुद इसे लीक करवाया।आरोपी नीरज अलवर के किशनगढ़बास के पूर्व विधायक रामहेत यादव का भतीजा है। वहीं, गिरफ्तार की गई रेणू 2006 बैच की कॉन्स्टेबल है, जो जयपुर कमिश्नरेट में नियुक्त थी। एसआई भर्ती 2021 में रेणू का अजमेर के सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एग्जाम सेंटर आया था। उसने पेपर नहीं खरीदा था, लेकिन नकल करके एग्जाम पास किया था। एसओजी की टीम हरियाणा सहित विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा कि गैंग ने कहां-कहां और किस-किसको पेपर बेचे हैं। एसओजी ने गिरफ्तार चारों ट्रेनी एसआई को गुरुवार दोपहर कोर्ट में पेश किया था। जहां से उन्हें 17 अक्टूबर तक रिमांड पर सौंपा गया है। एसओजी की पूछताछ में गिरफ्तार ट्रेनी एसआई से कई खुलासे होने की संभावना है।