जेपी से बगावत कर चुनाव जीतने वाले डीडवाना विधायक यूनुस खान सरकार के खिलाफ लगातार मुखर नजर आ रहे हैं. उन्होंने ब्यूरोक्रेसी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी हावी हो रही है, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बातें बेमानी हैं. विधायक ने कहा कि सरकार का कोई कंट्रोल नहीं होने से अधिकारी बेलगाम है. उन्होंने सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा "लाडनूं में मुख्यमंत्री कहते हैं कि भाजपा प्रत्याशी ही हमारा विधायक है. ऐसा है तो फिर चुने हुए विधायक का क्या काम है? उन्होंने कहा कि यह जनादेश का अपमान है. कम से कम मुख्यमंत्री को इस प्रकार की बात नहीं कहनी चाहिए. यूनुस खान के कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को राजस्थान के जनादेश का सम्मान करते हुए सभी चुने हुए विधायकों को तवज्जो देनी चाहिए. जब हारे हुए भाजपा प्रत्याशी ही विधायक होंगे, तो फिर चुना हुआ विधायक क्या करेगा? उन्होंने कहा कि पूरे राजस्थान में चारों ओर भ्रष्टाचार का बोलबाला है. डीडवाना की ही बात करें तो समूची नगर परिषद भ्रष्टाचार में डूबी है. लोगों के छोटे-मोटे काम भी नहीं हो पा रहे हैं और अधिकारी लोगों को काम के बदले रिश्वत देने पर मजबूर कर रहे हैं. खुद पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रहा. डीडवाना विधायक ने कहा कि अधिकारी जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं और उन पर सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है. वह न केवल मनमर्जी कर रहे हैं, बल्कि बेलगाम भी हो चुके हैं. हालात यह है कि अधिकारी चुने हुए जनप्रतिनिधियों विधायकों, सांसदों की सुनवाई कर रहे हैं. मैंने विधानसभा में और मंत्रियों से भ्रष्टाचार की शिकायतें की, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. जनता भी बार-बार भ्रष्टाचार की शिकायत कर रही है.