क्या आप जानते हैं कि अगर आप रात को सोने से पहले तांबे के बर्तन में पानी भर देते हैं और सुबह खाली पेट इस पानी (Morning Drink) को पी लेते हैं, तो इससे सेहत को किस तरह के फायदे (Copper Water Benefits) मिल सकते हैं? अगर नहीं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। दरअसल, तांबे के संपर्क में रहने पर पानी में कुछ ऐसे कण घुल जाते हैं जो आपके शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचा सकते हैं। आइए जानें।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
हाई ब्लड प्रेशर में फायदेमंद
तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम किया जा सकता है, जिससे शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी दूर होती है। ऐसे में, अगर आप भी हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो रोजाना इसे अपने मॉर्निंग रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं।
एजिंग प्रोसेस को स्लो करे
उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर में इलास्टिन और कोलेजन का प्रोडक्शन कम होने लगता है, जिसके कारण त्वचा पर झुर्रियां और फाइन लाइंस दिखाई देने लगती हैं। ऐसे में, अगर आप भी एजिंग प्रोसेस को स्लो करके बढ़ती उम्र में त्वचा को चमकदार और यंग रखना चाहते हैं तो इस पानी को अपने डेली रूटीन में शामिल कर सकते हैं।
वजन घटाने में मददगार
बिजी लाइफस्टाइल में लोग अक्सर अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स को अपनाने लगते हैं, जिससे वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है। अगर आप भी इससे जूझ रहे हैं तो अपने मॉर्निंग रूटीन में ताबें के बर्तन में रखा पानी शामिल कर सकते हैं। बता दें, तांबे के संपर्क में आने से पानी में कुछ ऐसे तत्व घुल जाते हैं जो हमारे शरीर के मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा तांबे का पानी पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है जिससे शरीर में जमा फैट आसानी से बर्न होने लगता है।
इम्युनिटी बढ़ाने में असरदार
अगर आप भी बार-बार बीमार पड़ते रहते हैं, तो भी तांबे के बर्तन में रखा पानी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। जी हां, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बूस्ट करता है जिससे बार-बार बीमार पड़ना कम हो जाता है।
जोड़ों के दर्द में आराम
तांबे के बर्तन में रखा पानी जोड़ों के दर्द को दूर करने में भी काफी मदद कर सकता है। दरअसल, यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जिसके चलते गठिया और रूमेटाइड अर्थराइटिस की बीमारी से पीड़ित लोगों को फायदा मिल सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।