जोधपुर में 5 साल बाद कांगो फीवर ने दस्तक दी है। पशुपालन से जुड़ी 51 साल की महिला सप्ताहभर से बीमार थी। अहमदाबाद में इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। मंगलवार देर रात को रिपोर्ट में कांगो फीवर की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के गांव पहुंची और परिजनों और आसपास के ग्रामीणों के ब्लड सैम्पल लिए जा रहे हैं। जोधपुर डिप्टी CMHO डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया- जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र को नांदड़ा कला गांव में एक 51 साल की महिला की 3 सितम्बर को तबीयत खराब हो गई थी। परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए थे जहां से उन्हें जोधपुर के MDM हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। यहां से तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें अहमदाबाद के स्टर्लिंग हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। वहां उनकी 8 सितंबर की सुबह मौत हो गई थी। इसके बाद महिला के ब्लड सैम्पल जांच के लिए पुणे भेजे गए थे। देर रात मंगलवार को महिला की रिपोर्ट आई थी। जिसमें उसे कांगो फीवर की पुष्टि हुई थी। डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया- जोधपुर में कांगो फीवर का मामला साल 2019 में सामने आया था। उस समय तीन बच्चों में इस फीवर के लक्षण नजर आए थे। साथ ही दो रोगियों की मौत भी हुई थी। जोधपुर में पहली बार वर्ष 2014 में कांगो फीवर के मरीज सामने आए थे।