राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते रविवार को जोधपुर में 'सर्कस' वाला बयान देकर फंस गए. उनके इस बयान से प्रदेश में सियासी घमासान शुरू हो गया. सीएम भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से लेकर भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ तक ने गहलोत के इस बयान पर पलटवार किया और उन्हें कांग्रेस सरकार के दौरान हुए घटनाक्रमों की याद दिलाई. ऐसे में गहलोत को अपने 'सर्कस' वाले बयान पर सफाई देनी पड़ गई. मंगलवार को दो दिवसीय जोधपुर दौरा समाप्त होने के बाद जयपुर लौटते समय उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैं उनको नीचा दिखाने के लिए सर्कस नहीं बोल रहा. ये शब्द तो इनकी पार्टी के लोग बोल रहे हैं. वहां सर्कस की तरह ही काम चल रहा है. कोई मंत्री इस्तीफा दे रहा है. कोई मंत्री इस्तीफा देने के बाद मंत्रिमंडल की बैठक में जा रहा है. विधायक धमकी दे रहे हैं और बाकी आप जानते हो कि राजस्थान के अंदर क्या स्थिति बन गई है. ये बार-बार हवा में बातें करते हैं. यमुना का पानी लेकर आएंगे. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को नया नाम दे दिया. इनसे कुछ भी नहीं होने वाला है.'

Sponsored

पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी

पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं