आदर्श शासिका एवं धर्म की प्रतिमूर्ति थीं अहिल्या बाई - डॉ. नागौरी
अहिल्या बाई के होल्कर व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आयोजित हुई व्याख्यानमाला
बून्दी। राजकीय महाविद्यालय तालेड़ा में भारतीय वीरांगना “अहिल्या बाई होल्कर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व“ विषय पर निबंध, और व्यक्ति चित्र प्रतियोगिताओं सहित व्याख्यान माला का आयोजन इतिहासविद् डॉ. एस.एल. नागौरी के मुख्यातिथ्य तथा प्राचार्य डॉ. बृजकिशोर शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में इतिहासविद् डॉ. अरविन्द कुमार सक्सेना तथा मन की बात के जिला संयोजक भरत शर्मा भी मंचासीन रहे।
इतिहासविद् डॉ. नागौरी ने अहिल्या बाई के जीवन के विविध पक्षों को विद्यार्थियों के साथ साझा करते हुए प्रजा के लिए किए गए अहिल्या बाई के जनहितकारी कार्यों का भी उल्लेख किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. अरविन्द कुमार सक्सेना ने अहिल्या बाई होल्कर के बूंदी राज्य से संबंधों की विस्तृत चर्चा की और उनके जीवन के अनछुए पहलुओं को बतलाया। 
मन की बात के जिला संयोजक श्री भरत शर्मा ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अहिल्या बाई होल्कर की नारी सेना का उल्लेख करते हुए सभी छात्रों को स्त्रियों को सम्मान करने की शपथ दिलवाई और भारतीय संस्कृति में नारी सम्मान का उल्लेख करते हुए वर्तमान परिस्थिति की विवेचना की। व्याख्यानमाला का संचालन सहायक आचार्य डॉ. नेहा प्रधान ने किया।


इस दौरान आयेजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कोमल मेघवाल, द्वितीय स्थान मुस्कान जंगम, तृतीय स्थान कुलदीप मेघवाल तथा व्यक्ति चित्रण प्रतियोगिता में त्रिशा मीणा प्रथम, द्वितीय मधु कुमारी, हर्षिता जांगिड़ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। व्यक्ति चित्र प्रतियोगिता का संचालन विशाल जांगिड़ सहायक आचार्य चित्रकला ने किया। इस दौरान डॉ.सुलक्षणा शर्मा, डॉ. ओम प्रकाश शर्मा, डॉ. अंजना जाटव, डॉ. कविता गजराना, भवानी शंकर मीणा, अमन सेन तथा विशाल वर्मा मौजूद रहे।