महात्मा गांधी स्कूल में ही हो रही महात्मा गांधी की प्रतिमा की बेकद्री, जगह-जगह से खंडित प्रतिमा की स्कूल प्रशासन नहीं ले रहा सुध
बून्दी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का देश में ही नहीं प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक अलग महत्व व सम्मान है। राज्य व केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी की देश को स्वच्छ बनाने की इच्छा को हकीकत में बदलने के लिए स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया है। इस अभियान के लोगो में महात्मा गांधी के चश्मे को लिया। गांधी जयंती के मौके पर इस अभियान को देशभर में शुरू किया गया। वही देश की स्वतंत्रता के आंदोलन के पुरोधा महात्मा गांधी की बालचंद पाड़ा महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय में लगी प्रतिमा विद्यालय प्रशासन की अपेक्षा के चलते दुर्दशा की शिकार हो रही है। 
महात्मा गांधी की प्रतिमा की बेकद्री का हिसाब इस बात से लगाया जा सकता है की पूरी प्रतिमा जगह से टूटकर खंडित हो गई है। यहां तक की प्रतिमा का चेहरा भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। बंदर कबूतर व अन्य जानवर उसे पर बैठे रहते हैं। विद्यालय प्रशासन द्वारा इसकी सुरक्षा रंग रोगन तक की कोई व्यवस्था नहीं की है। आगामी 2 अक्टूबर को गांधी जयंती है प्रत्येक कार्यालय से लेकर विद्यालयों तक में विभिन्न आयोजन कर जयंती मनाई जाती है। लेकिन महापुरुषों की प्रतिमाओं की इस तरह शिक्षा के मंदिर में बेकद्री कहीं ना कहीं उनके सम्मान को आघात पहुंचाती दिख रही है।