कोटा
फ़रीद खान
मुस्लिम समुदाय में बैंड बाजा नाच गाने की पाबन्दी करने के बाद ही निक़ाह करवाया जाएगा
कोटा। के सुन्नी उलमाओ द्वारा लिए गए निर्णय के शादी समारोह के मौके पर बैंड बाजा, नाच गाना की पाबंदी पर ही निकाह कुबूल करवाया जायेगा, इसी के तहत मंडावरा के इसहाक की बेटी की बारात बड़गांव बावड़ी के मुश्ताक मंसूरी के बेटे जुनैद मंसूरी की अन्नतपुरा सामुदायिक भवन में आई जहां मुफ्ती शमीम अशरफ रजवी ने शरीयत के मुताबिक़ निकाह पढ़ाया और शादी से संबंधित इस्लाम का पैगाम दिया के अक्सर लोग खुशी के मौके पर नाजायज काम कर बैठते हैं जबकि हमे हमेशा पैगंबर की सुन्नत पर अमल करना चाहिए इस अवसर पर जमीयतुल मंसूरियां के सदर हाजी इसहाक मामू, सिराज अहमद मंसूरी, अब्दुल समद, अब्दुल सलाम अंसारी, हाजी रजाक, दिलदार भाई, शोएब अख्तर, अनीस मंसूरी, आदि मोजूद रहे, मुफ्ती शमीम अशरफ ने जोड़े की सलामती के साथ मुल्क में अमन सुकून की दुआ की।