कोटा

फ़रीद खान

शाब्दिक आनन्द, आलोक और अमृत बाँटने का महनीय कार्य सच्चा साहित्यकार करता है:-हलीम आईना 

कोटा में सम्मान एवं लोकार्पण समारोह सम्पन्न 

कोटा।में आनन्द प्रकाशन साहित्य संस्थान की ओर से  डॉ. नरेन्द्र नाथ चतुर्वेदी, डॉ. क्षमा चतुर्वेदी व दुर्गाशंकर गहलोत की अध्यक्षता,प्रो. के. बी. भारतीय के मुख्यआतिथ्य तथा चंदा लाल चकवाला, विष्णु शर्मा हरिहर, हलीम आईना, डॉ. नंदकिशोर महावर, जोधराज परिहार के विशिष्ट आतिथ्य में देवकी दर्पण का सम्मान किया गया तथा सी. एल. सांखला की राजस्थानी अनुवादित कृति 'ऐतरेयोपनिषद ' का लोकार्पण भी हुआ।मुख्य वक्ता विजय जोशी थे,कार्यक्रम में जितेन्द्र निर्मोही ने भी अपना वक्तव्य दिया। इस अवसर मंचासीन अतिथियों के उत्कृष्ट उदबोधन के क्रम में वरिष्ठ व्यंग्य कवि एवं लेखक हलीम आईना ने अपने अलग अंदाज में अपना उदबोधन देते हुए कहा कि -' शाब्दिक आनन्द, आलोक और अमृत बाँटने का महनीय कार्य सच्चा साहित्यकार करता है।'

कवि एवं लेखक परिचय योगेश यथार्थ ने दिया,संचालन आर. सी आदित्य ने किया। अन्त में धन्यवाद डॉ. क्षमा चतुर्वेदी ने दिया। समारोह में हाडौती अंचल के कई प्रमुख साहित्यकार उपस्थित रहे।