बूंदी। स्टेट हाईवे-34 पर पीपल्या गांव के पास एनिकट पर पुलिया निर्माण की मांग जोर पकड़ रही है। यह हाईवे नैनवां तहसील से होकर गुजरता है, और एनिकट से निकलने वाला ओवरफ्लो पानी सीधे सड़क पर आकर बहता है, जिससे हर साल बारिश के मौसम में सड़क मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। यह मार्ग न केवल नैनवां, देई, तलवास, आंतरदा, सहण, खेडी, करवर और इन्द्रगढ़ के निवासियों के लिए जिला मुख्यालय तक पहुंचने का प्रमुख रास्ता है, बल्कि कोटा संभाग के लिए भी अहम है।

इस सडक मार्ग पर झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, टोंक की बसें जयपुर व कोटा बूंदी के लिऐ चलती है। वर्षा काल में केवल पीपल्या क्षैत्र में अधिक वर्षा होते ही यह सडक मार्ग आवागमन के लिऐ बाधित हो जाता है जिससे दुर दुर तक जाने वाली बसों की सवारियों को परेशानियों का सामना करना होता है। गंभीर मरीज को जिला मुख्यालय व संभाग मुख्यालय तक पहुंचाने में कठिनाई होती है।इस सडक पर बारह माह आवागमन चालू रहे इस हेतु पीपल्या के एनिकट पर पुलियां का निर्माण करवाया जाना अत्यन्त ही आवश्यक है।
      वर्षा काल में सड़क पर जलभराव के कारण बस सेवाएं बाधित हो जाती हैं, जिससे यात्रियों, खासकर गंभीर मरीजों, को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके चलते स्थानीय लोग एनिकट पर पुलिया निर्माण की मांग कर रहे हैं ताकि पूरे साल इस सड़क पर आवागमन सुचारू रह सके।
स्थानीय समाजसेवी मूलचंद शर्मा ने पूर्व में इस मुद्दे को उठाते हुए उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और सार्वजनिक निर्माण विभाग से अनुरोध किया था। विभाग द्वारा पुलिया निर्माण के लिए 395.65 लाख रुपये का अनुमान पत्र तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा गया है।
हाल ही में, केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में भी एक पुलिया के लिए 1.40 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है, जिससे तलवास क्षेत्र में आवागमन में सुधार होगा। इसके लिए भी दीया कुमारी का आभार जताया गया है।
मूलचंद शर्मा ने एक बार फिर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और सार्वजनिक निर्माण विभाग से इस पुलिया के लिए बजट आवंटन की मांग की है, ताकि स्टेट हाईवे-34 पर वर्षा काल में भी आवागमन बाधित न हो और आम जनता की परेशानियों का समाधान हो सके। स्थानीय लोग जन प्रतिनिधियों से अनुरोध कर रहे हैं कि बाकी बचे कार्यों की भी शीघ्र स्वीकृति दिलवाने में मदद करें।