कांग्रेस राज में बनाए गए जिलों पर सीएम भजनलाल शर्मा के सवाल उठाने और छोटे जिलों को खत्म करने पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में अभी और जिले बनाने की गुंजाइश है। इतने बड़े प्रदेश में राजधानी से लेकर जिला हेडक्वार्टर तक जाने में लोगों को दिक्कत नहीं हो। इसलिए हमने छोटे जिले बनाने का प्रयोग किया था।गहलोत ने कहा- आप हरियाणा में जाएंगे तो वहां हर 40 किलोमीटर पर नया जिला मिलेगा। यह खुद की पॉलिसी होनी चाहिए कि किस तरह आप जिलों को मैनेज करते हो। छोटा जिला हो, बड़ा जिला हो, इसका क्या फर्क पड़ा है। उसको एग्जामिन करना चाहिए कि असर क्या हुआ। उसका अध्ययन करना चाहिए। छोटे जिले बनाने का प्रयोग हमने किया, उसको हमने प्रयोग के रूप में किया था। प्रयोग सफल होता है तो कायम रखें और बढ़ाएं।गहलोत ने कहा- इतने बड़े प्रदेश में रेगिस्तान के इलाके हैं। दूर-दूर तक बसे गांव हैं। ज्यादा जिले बनाएंगे, उतनी ही जनता को राहत मिलेगी। राजस्थान में और जिले बनाने की गुंजाइश मानता हूं। प्रशासनिक इकाइयां ऐसी हों ताकि लोगों को दूर जाना नहीं पड़े। उन तक पहुंचने में तकलीफ नहीं हो। लोगों को राजधानी, संभाग हेडक्वार्टर, जिला हेडक्वार्टर जाने में तकलीफ नहीं होनी चाहिए। ज्यादा प्रशासनिक इकाइयां और जिले बनाने से ज्यादा पब्लिक को फायदा है। अब सरकार की सोच क्या है, वह तो वो जाने। दरअसल, नए जिले बनाने के फैसले पर सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा था कि पिछली सरकार ने तो अति कर दी थी। जहां आवश्यकता हो, वहीं ऑफिस खुलना चाहिए। आपने जो किया, उस पर एक बार विचार तो कर लेते।