कोटा एयरपोर्ट का नाम हो राव सूरजमल के नाम पर - वंशवर्धन
बूंदी। बूंदी रियासत के 9 वें शासक राव सूरजमल जी की छतरी स्मारक को ध्वस्त करने पर महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने गहरी आपत्ति जताई है। उन्होंने मांग की है कि छतरी स्मारक का नवनिर्माण कर संरक्षित स्मारक घोषित करें।
महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने बताया कि उन्होंने आज 22 सितंबर रविवार को छतरी स्थल का मौका मुआयना किया तो पाया कि ग्रामीणों व बूंदी वासियों में इस घटना को लेकर काफी रोष  व्याप्त है। तथा सभी लोगों की मांग है की हवाई अड्डे का नाम राव सूरजमल जी हवाई अड्डा रखा जाये एवं इसका पुनर्निर्माण शीघ्र किया जाये।
महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने इस संदर्भ में भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, कोटा-बूंदी सांसद एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम कृष्ण बिरला, राज्य के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, कोटा जिला कलेक्टर व के.डी.ए अध्यक्ष डॉ. रवींद्र गोस्वामी को पत्र लिखकर इन सभी मागों पर तत्काल कार्यवाही करने का अनुरोध किया।  पत्र में लिखा है कि राव सूरजमल जी बून्दी के 9वे शासक थे व बून्दी और कोटा के राज परिवार व क्षेत्र में कई अन्य राजपूत समुदाय भी राव सूरजमल जी के वंशज है। हाड़ा चैहानों तथा बून्दी के शासकों के बलिदान और बहादुरी के बिना बून्दी और कोटा के शहर आज जैसे नहीं होते।
यह 600 साल पुरानी छतरी स्थल अत्यधिक पूजनीय थी और इसका बहुत बड़ा ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है। छतरी के पुनर्निर्माण को कोटा हवाई अड्डे की डी.पी.आर में शामिल कर स्मारक का पुनर्निर्माण सर्वोच्च प्राथमिकता पर किया जवे। इस दौरान बून्दी विधायक हरिमोहन शर्मा, जाखमुण्ड सरपंच हंसराज बंजारा, केडीए चीफ इंजीनियर रवींद्र माथुर, पर्यटक गाइड जोगेंद्र सिंह हाड़ा, वरिष्ठ चित्रकार विजय सिंह सोलंकी, इतिहासकार महेंद्र सिंह राठौड़, अधिवक्ता हरीश गुप्ता, जनक सिंह जावटी, समाज सेवी शेर सिंह जाखमुण्ड सहित ग्रामीण एवं अन्य लोग उपस्थित थे।