उत्तर प्रदेश के जनपद कौशाम्बी में,पति को घर से निकाल कर पत्नी ने बंद किया ताला न्याय के लिए दर दर भटक रहां रहां है। मालूम हो कि जनपद कौशाम्बी के थाना सराय अकिल क्षेत्र के मोहम्मदाबाद केवट पुरवा निवासी संजय कुमार की शादी 2005 में, रेशमा से हुई थी। जिसके सहर्ष दो पुत्री का जन्म हुआ, शादी के चौदह वर्षो तक दोनो पति पत्नी के बीच बहुत ही मधुर सम्बंध थे।  जिससे दम्पति हंसी खुशी से वैवाहिक जीवन का निर्वाह कर रहे थे। और पति संजय कुमार बाहर मेहनत मजदूरी कर पैसा कमाता, और पत्नी को देता और पत्नी अपने पति संजय कुमार की मेहनत की कमाई से घर चलाती थी। इसी तरह समय बीतता गया, और पति संजय कुमार निरंतर मन लगा कर परदेश मे, मेहनत मजदूरी कर पैसा कमाकर अपनी पत्नी को देता रहा। तभी गांव मे, पत्नी के नाम एक जमीन खरीद कर सुन्दर मकान का निर्माण करा दिया। जिसमे संजय कुमार अपनी पत्नी व दोनो पुत्रियों के साथ मकान मे रहने लगे। जिसके कुछ दिन बाद पता चला की पत्नी की मेरे साथ दूसरी शादी हुई है, संजय कुमार ने अपनी पत्नी से पूर्व की शादी के सम्बन्ध मे, कड़ाई पूछा तो पत्नी ने बताया की मेरी पहली शादी हुई थी। जिससे तीन पुत्रीय है, जिसमे से एक की मृत्यु हो गयी है। शेष दो मेरे मायके मे, अपने मामा के साथ रह रही है। तभी से दोनों पति पत्नी के बीच अनमन रहने लगी, जिसके कुछ दिन बाद पत्नी ने दोनो पुत्रियों के साथ मिल कर अपने पति संजय कुमार को नव निर्मित मकान से धक्के मार कर निकाल दिया। और स्वंम मकान मे ताला बन्द कर प्रयागराज मे किराये का आलीशान मकान लेकर रहने लगी। और पति संजय कुमार के ऊपर न्यायालय मे गुजारा भत्ता सहित कई अन्य धाराओं मे मुकदमा कर दियाा। जो न्यायालय मे विचाराधीन है। प्रयागराज के ,वी आई पी मोहल्ले मे विथ रिहायसी मकान में, रहने से रेशमा का लगभग महीने का पचास हजार रुपये का खर्च है, जो एक मजबूत आय के स्रोत की तरफ संकेत कर रहा है। वही पर बेघर बेरोजगार पति को गुजराभत्ता के लिए परेशान कर दण्डित किया करती है।