जयपुर के नाहरगढ़ में चरण मंदिर घूमने गए दो भाइयों में से एक का 20 दिन बाद भी कुछ पता नहीं चला है। इस मामले में राजस्थान हाईकोर्ट में आज पुलिस अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश करेगी। पिछली सुनवाई पर कोर्ट ने होम सेक्रेटरी, डीजीपी समेत पांच लोगों को नोटिस जारी करते हुए रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था।दरअसल, 1 सितंबर को राहुल पाराशर (21) और उसका भाई आशीष (19) चरण मंदिर घूमने निकले थे। यहां दोनों रास्ता भटक गए थे। परिजन की शिकायत पर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो अगले दिन (2 सितंबर को) नाहरगढ़ की पहाड़ियों में आशीष का शव मिला था। लेकिन, पुलिस इस मामले में अब तक राहुल का पता नहीं लगा पाई है। इसी मामले को लेकर राहुल के पिता सुरेश चंद्र शर्मा ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी। याचिका में पिता ने कहा था- मेरा बेटा राहुल किसी की कैद में है। उसकी जान को खतरा हो सकता है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं कि उसकी तलाश करके उसे कोर्ट के सामने पेश किया जाए।याचिका में डीजीपी, गृह सचिव, एडीजी, मानव तस्करी विरोधी, पुलिस उपायुक्त जयपुर शहर उत्तर और शास्त्रीनगर एसएचओ को पक्षकार बनाया गया था। 9 सितम्बर को जस्टिस इंद्रजीत सिंह की खंडपीठ में इसकी सुनवाई हुई थी।याचिकाकर्ता के वकील गिरिराज प्रसाद शर्मा ने बताया- इस मामले में परिजनों ने समय पर पुलिस को इन्फॉर्म कर दिया था। पुलिस की लापरवाही और उदासीनता की वजह से समय पर सर्च नहीं किया गया। पुलिस और प्रशासन की ढिलाई की वजह से और जवाब नहीं देने पर हाईकोर्ट की शरण ली गई। याचिका में कहा गया- मामले में पुलिस ने भी लापरवाही बरती है। राहुल और आशीष से दोपहर बाद संपर्क नहीं हो पा रहा था। शास्त्री नगर थाने में इसकी सूचना दी गई, लेकिन पुलिस ने दोनों को खोजने का कोई प्रयास नहीं किया। लोगों के थाने में एकत्रित होने के बाद अगले दिन सुबह से तलाश शुरू की गई। इस बीच तीन थानों की पुलिस क्षेत्राधिकार को लेकर उलझती रही। अगर समय पर तलाश शुरू की जाती तो संभवत: अनहोनी को टाला जा सकता था।