श्रीलंका में शनिवार को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। हालिया सर्वे के मुताबिक नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अनुरा कुमारा दिसानायके रेस में सबसे आगे हैं। वे चीन समर्थक माने जाते हैं। अनुरा ने वादा किया है कि जीतने के बाद वे अडानी के प्रोजेक्‍ट को रद्द कर देंगे।अनुरा के अलावा रेस में 3 और बड़े उम्मीदवार हैं। सर्वे में विपक्षी नेता सजित प्रेमदासा दूसरे नंबर पर हैं। मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे उनसे भी पीछे तीसरे नंबर पर चल रहे हैं। इस रेस में पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल राजपक्षे भी हैं। सर्वे में उनके जीतने की संभावना भी कम बताई गई है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलंका में 2 साल पहले का आर्थिक संकट लोगों के जेहन में अभी भी है। यही वजह है कि पिछले दो दशक से देश का सबसे बड़ा परिवार राजपक्षेरेस से बाहर होता दिख रहा है। अनुरा कुमारा दिसानायके वामपंथी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना (JVP) के नेता हैं। वे NPP गठबंधन से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक JVP पार्टी भारत विरोध के लिए जानी जाती है। 1980 के दशक में भारत ने श्रीलंका में लिट्टे से निपटने के लिए पीस कीपिंग फोर्स को भेजने का फैसला लिया था। तब JVP ने इसका विरोध किया था।हाल के कुछ सालों में JVP ने अपना भारत विरोधी रुख बदला है। हालांकि, अनुरा ने चुनाव से पहले भारतीय कंपनी अडानी के खिलाफ बयान देकर एक नया विवाद शुरू कर दिया है। JVP नेता ने हाल में ही वादा किया है कि वे 21 सितंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जीत जाते हैं तो श्रीलंका में अडानी ग्रुप की पवन ऊर्जा परियोजना को रद्द कर देंगे।अनुरा का कहना है कि अडानी प्रोजक्ट श्रीलंका की ऊर्जा संप्रभुता के लिए खतरा है। अडानी ग्रुप ने इसी साल श्रीलंकाई सरकार से विंड पॉवर स्टेशन डेवलप करने को लेकर डील की है। इसके लिए कंपनी 442 मिलियन डॉलर (करीब 367 करोड़) निवेश करने वाली है।