वित्तीय कार्रवाई कार्य बल ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि भारत को जम्मू-कश्मीर और उसके आसपास सक्रिय इस्लामी स्टेट और अलकायदा गुटों से खतरा है। आंतकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की निगरानी करने वाली इस अंतरराष्ट्रीय संस्था की ताजा मूल्यांकन रिपोर्ट में आतंकियों के आर्थिक नेटवर्क को खत्म करने के भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा गया कि देश की प्रणालियां प्रभावी तरीके से काम कर रही हैं। हालांकि, ऐसे मामलों के अभियोजन में तेजी लाने के लिए बड़े सुधारोंका आह्वान किया गया है। वित्तीय समावेशन की दिशा में भारत के कदमों की सराहना करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंक खातों वाली आबादी का अनुपात दोगुना से भी अधिक हो गया है, छोटे खातों के लिए उचित जांच-पड़ताल की जा रही है और डिजिटल भुगतान प्रणालियों पर निर्भरता को बढ़ावा दिया गया है। इन प्रयासों ने वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है, जिससे धन शोधन और आतंक के वित्तपोषण से निपटने के प्रयासों में मदद मिली है। हालांकि कीमती धातुओं और पत्थरों के कारोबार में नगदी लेनदेन जारी रहने पर चिंता भी जताई गई है क्योंकि ये सामान्य निगरानी से बाहर रह जाते हैं।