नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। पट्टे की एवज में भ्रष्टाचार के मामले में स्वायत्त शासन विभाग से मिले नोटिस के बाद गुरुवार को एसीबी कोर्ट में सुनवाई हुई। कमर दर्द की वजह से मेयर मुनेश कोर्ट में पेश नहीं हो पाई। वहीं मेयर के खिलाफ एसीबी ने 2502 पन्नों की चार्ज शीट पेश की है।मेयर मुनेश के वकील दीपक चौहान ने मेडिकल सर्टिफिकेट कोर्ट में पेश किया। इसमें बताया कि उनके कमर में काफी दर्द है। इसका इलाज वे दिल्ली में करवा रही हैं और डॉक्टर ने उन्हें 7 दिन का बेड रेस्ट बताया है। ऐसे में फिलहाल वह कोर्ट में पेश नहीं हो पाएंगी। वहीं वकील का कहना है कि जो आरोप लगाए गए है, वे तथ्यहीन है।गौरतलब है किइससे पहले नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर को एक बार 3 दिन का नोटिस दिया गया है। बुधवार को दिनभर चली कशमकश के बाद देर रात स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने मुनेश गुर्जर को तीन दिन का नोटिस देने का आदेश जारी किया। ऐसे में अब मेयर मुनेश के भविष्य पर 21 सितंबर के दिन फैसला होगा। मेयर मुनेश गुर्जर के वकील दीपक चौहान ने बताया कोर्ट में एसीबी द्वारा चार्जशीट पेश की गई है। इसमें क्या आरोप लगाए हैं, इस बारे में तो फिलहाल मुझे कोई जानकारी नहीं है। लेकिन यह सभी आरोप पूरी तरह से तथ्यहीन है। यदि मुनेश गुर्जर के खिलाफ किसी भी तरह का साक्ष्य होता। तो एसीबी की टीम पिछले 1 साल में इन पर कार्रवाई करती लेकिन ऐसा नहीं होना यह बताता है कि इस मामले में मुनेश गुर्जर का कोई इन्वॉल्वमेंट नहीं है। इस मामले को लेकर हमने हाईकोर्ट में भी याचिका लगाई है। इस पर 21 सितंबर को सुनवाई होगी।दरअसल, एसीबी की टीम ने कोर्ट में गुरुवार को मुनेश गुर्जर उनके पति सुशील गुर्जर, नारायण और अनिल के खिलाफ चार सीट पेश की है जिसकी कोर्ट द्वारा जांच की जा रही है। ऐसे में सभी कागजात सही मिलने पर कोर्ट द्वारा चार्जशीट स्वीकार की जाएगी। इसके बाद मेयर द्वारा भेजे गए मेडिकल सर्टिफिकेट पर भी कोर्ट विचार कर अंतिम फैसला लेगा।