पायलट 18 और 19 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के चुनावी दौरे पर रहे. जम्मू-कश्मीर के अपने चुनावी कार्यक्रम के दौरान पायलट ने 18 सितंबर को सुरनकोट (जिला पूंछ), थानामंडी (जिला राजौरी) जम्मू दक्षिण विधानसभा क्षेत्रों और 19 सितम्बर को राजौरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया. जम्मू-कश्मीर के चुनाव प्रचार के दौरान आयोजित चुनावी सभाओं में पायलट ने कहा कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर की जनता की भलाई के लिए ऐसा क्या काम किया? जिसके नाम पर आज जनता से वोट मांग रही है. उन्होंने कहा कि अपनी बैसाखियों की सरकार को बचाने के लिए केन्द्र सरकार ने लाखों करोड़ों रुपये एक-दो राज्यों में बांट दिये, और जिनमें जरूरत थी, जिनसे भाजपा ने वादे किये थे, वहां कुछ नहीं दिया. उन्होंने कहा कि मैं धन्यवाद देता हूं देश की जनता को, जिसने भाजपा की नकारात्मक सोच और घमंड का जवाब देते हुए लोकसभा चुनावों को भाजपा को बहुमत पार नहीं करने दिया.उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को डराकर और भय का वातावरण पैदा कर सत्ता पर काबिज होना चाहती है.उन्होंने मतदाताओं से अपील की है कि भाजपा की भय, पक्षपात और भाई से भाई को लडाने की द्वैष की राजनीति का पुरजोर जवाब देते हुए कांग्रेस के पक्ष में मतदान करें. सचिन पायलट ने कहा, "मैंने पिछले 2 दिनों से यहां बैठकें की है. माहौल और कार्यकर्ताओं की ताकत को देखते हुए मुझे लगता है कि जब अच्छे बहुमत के साथ नतीजे आएंगे तो गठबंधन की सरकार बनेगी. मुझे लगता है कि चुनावों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने की भाजपा की कोशिशें विफल होंगी, और अगर भाजपा इतनी ही उत्सुक थी, तो उसने लोकसभा चुनाव में एक भी उम्मीदवार क्यों नहीं उतारा? वे केवल हस्तक्षेप करने और वोटों को बिखेरने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. वे जीतने की स्थिति में नहीं हैं और यहां गठबंधन बहुत मजबूत है. हम मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को हम पर भरोसा है."