Google-Deloitte की एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के स्पोर्ट्स सेक्टर में 14% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से ग्रोथ होने की उम्मीद है जो भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट से लगभग दोगुनी है। इस रिपोर्ट का टाइटल ‘थिंक स्पोर्ट्स अनलॉकिंग इंडियाज $130B स्पोर्ट्स पोटेंशियल’ है। ये ग्रोथ 2030 तक 10.5 मिलियन जॉब्स पैदा करने में भी मदद कर सकती है।
भारत के स्पोर्ट्स सेक्टर में 14% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से ग्रोथ होने की उम्मीद है, जो भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट से लगभग दोगुनी है। इसकी मुख्य वजहें बढ़ते सरकारी निवेश, मल्टी स्पोर्ट्स कल्चर की ग्रोथ, डिजिटल एडॉप्शन और हाई-क्वालिटी स्पोर्ट्स कंटेंट हैं। इस सेक्टर के 2030 तक $130 बिलियन के वैल्यूएशन तक पहुंचने का अनुमान है। ये जानकारी Google-Deloitte की एक नई रिपोर्ट में बताया गया है। इसका टाइटल ‘थिंक स्पोर्ट्स: अनलॉकिंग इंडियाज $130B स्पोर्ट्स पोटेंशियल’ है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये ग्रोथ 2030 तक 10.5 मिलियन जॉब्स क्रिएट कर सकती है और $21 बिलियन का इनडायरेक्ट टैक्स रेवेन्यू जनरेट कर सकती है।
रिपोर्ट में भारतीयों के खेल देखने के तरीके में आए मूलभूत बदलाव को भी हाइलाइट किया गया है, जिसमें 90% फैन्स अब कई खेलों को फॉलो करते हैं। क्रिकेट अभी भी प्रमुख बना हुआ है, लेकिन कबड्डी और फुटबॉल ने क्रमशः 120 मिलियन और 85 मिलियन फैन्स के साथ बड़े पैमाने पर फैनबेस हासिल किया है। डिजिटल प्लेटफॉर्म खेल की कंजप्शन को नया रूप दे रहे हैं, खासकर Gen Z के बीच, जो फैन बेस का 43% हिस्सा हैं। गौर करने वाली बात ये है कि Gen Z के 93% फैन्स डिजिटल तरीके से स्पोर्ट्स कंटेंट को एक्सेस करते हैं और फैन्स अब ऑन-डिमांड और पर्सनलाइज्ड एक्सपीरिएंस को प्राथमिकता देते हुए नॉन-लाइव स्पोर्ट्स कंटेंट पर 20% ज्यादा समय बिताते हैं।