ऋषि मुनियों की तपोभूमि के रक्तांचल पर्वत के नीचे प्राचीन भोलेश्वर महादेव मंदिर मायला बाग से कलश यात्रा निकाली गई। श्रद्धालु रामलाल पण्डा ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन श्री राधा दामोदर जी के मंदिर प्रांगण में बुधवार से किया जा रहा है। सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ पर कलश यात्रा का आयोजन किया गया। कलश यात्रा श्री भोलेश्वर महादेव शिवालय में विधि विधान से जल से भरे कलशों की पूजा की गई। इसके बाद बैण्ड बाजों के साथ कलश यात्रा रवाना हुई। कलश यात्रा में श्रद्धालु शंकरलाल पण्डा सिर पर ध्वज लेकर चल रहे थे तथा मुख्य यजमान रामलाल पण्डा पवित्र ग्रंथ श्रीमद् भागवत कथा को सिर पर धारण करके चल रहे थे। कलश यात्रा भोलेश्वर महादेव मंदिर से रवाना होकर, पुरानी सब्जी मंडी, चौहटी बाजार, सर्राफा मार्केट, खारी कुई, गणगौरी बाजार, कंकाली माता मंदिर होते हुए जयपुर रोड स्थित प्राचीन राधा दामोदर मंदिर पहुंची। जहां पर कलशों को स्थापित किया गया। कलश यात्रा में 101 कलशों के साथ एक ही परिधान में महिलाएं शामिल थी। वहीं भजनों की धुनों पर कलश यात्रा में शामिल महिला पुरुष नाचते गाते हुए चल रहे थे। इस दौरान बाबूलाल पंडा, राज बिहारी, धनराज, नवरत्न पणिहारा, केदारप्रसाद पंडा, विष्णु स्वरूप पंडा, विजय कुमार, हरिनारायण काका व विजय पंडा सहित कई भक्तगण मौजूद रहे।