दर्द इन दिनों हमारी लाइफस्टाइल का एक हिस्सा बन चुका है। बदलती लाइफस्टाइल और काम के बढ़ते प्रेशर की वजह से लोग से अक्सर किसी न किसी तरह के दर्द से परेशान रहते हैं। सिरदर्द हो या कमर दर्द, मानो जैसे ये दर्द हमारा हमसफर बन चुका है। ऐसे में इन दर्द और इसे मैनेज करने के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल सितंबर में Pain Awareness Month मनाया जाता है। इसे मनाने की शुरुआक साल 2001 में अमेरिकन क्रॉनिक पेन एसोसिएशन ने की थी।
हमारे शरीर में होने वाले दर्द यूं तो आम होते हैं और ज्यादा चिंता का विषय नहीं होते, लेकिन कुछ दर्द ऐसे भी होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। शरीर में होने वाले दर्द सिर्फ थकान ही नहीं, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकते हैं। ऐसे में आज आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे वॉर्निंग साइन्स (Cancer Warning Signs) के बारे में, जो बताते हैं कि आपके शरीर का दर्द कैंसर का संकेत हो सकता है। इस बारे में विस्तार से बता रहें हैं नई दिल्ली के इंटरनेशनल पेन सेंटर के डायरेक्टर डॉ. अमोद मनोचा-
दर्द की पहचान जरूरी
डॉक्टर बताते हैं कि शरीर के दर्द को अक्सर कम गंभीर समस्याओं के रूप में नजरअंदाज कर दिया जाता है या गलत निदान किया जाता है, लेकिन यह कभी-कभी कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है। इन संकेत कों की पहचान करने से इस बीमारी का जल्द पता लगाने में सहायता मदद सकती है। ऐसे में दर्द के प्रकार और इसके पैटर्न की पहचान बहुत जरूरी है।
कैसे कैंसर का संकेत देता है दर्द
डॉक्टर आगे बताते हैं कि शरीर के किसी हिस्से लगातार दर्द होना एक चेतावनी संकेत सकता है, जो दूर नहीं होता है या समय के साथ बदतर हो जाता है। अगर बिना किसी वजह दर्द बना रहे, तो यह किसी तरह की समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। चूँकि ल्यूकेमिया, स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर सहित बीमारियां हड्डियों तक पहुंच सकती हैं, और चोट या असुविधा पैदा कर सकती हैं, इसलिए कैंसर से संबंधित दर्द अक्सर हड्डियों में महसूस होता है।
कैंसर के वॉर्निंग साइन्स
अन्य वॉर्निंग साइन्स में अचानक वजन कम होना, थकावट या भूख में कमी के साथ दर्द आदि शामिल है। अगर शारीरिक दर्द के साथ पेट, स्तन या जोड़ों जैसे विशेष हिस्सों पर सूजन या गांठ हो, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है। इसके अलावा, न्यूरोलॉजिकल सिस्टम को प्रभावित करने वाले ट्यूमर नर्व पेन से जुड़े हो सकते हैं, जिसमें झुनझुनी या सुन्नपन भी शामिल है।
शरीर के इन दर्दों को न करें अनदेखा
अंत में, ब्रेन, स्पाइन या पेल्विक रीजन में ट्यूमर लगातार सिरदर्द, पीठ दर्द, या पैल्विक असुविधा का कारण हो सकता है, जो इलाज के बाद भी दूर नहीं होता है। इन स्थितियों का तुरंत इलाज किया जाना चाहिए। अगर इनमें से कोई भी लक्षण लगातार बना रहे, तो डॉक्टर से एक्सट्रा मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है। शीघ्र निदान से इलाज के परिणाम बेहतर होते हैं।