लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शुक्रवार को प्राईवेट कॉलेज वेलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित अभिनन्दन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में सोसायटी के पादाधिकारियों द्वारा स्पीकर ओम बिरला का अभिनन्दन किया गया। बिरला ने कहा कि व्यक्ति निर्माण से लेकर समाज के निर्माण में शिक्षक की बड़ी भूमिका है। शिक्षा किसी भी समाज की बुनियाद होती है। एक सशक्त, प्रगतिशील और विकसित राष्ट्र की आधारशिला शिक्षा पर ही टिकी होती है। शिक्षक समाज के निर्माणकर्ता होते हैं, एक शिक्षक केवल पाठ्यक्रम ही नहीं पढ़ाता, बल्कि अपने विद्यार्थियों के भविष्य का निर्माण करता है। उनके विचारों, सपनों, और आचरण को आकार देता है।

बिरला ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निजी महाविद्यालयों की भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता। निजी महाविद्यालयों ने शिक्षा के प्रसार में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज जब हमारा देश आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में बढ़ रहा है, तो शिक्षा की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। निजी महाविद्यालयों के शिक्षक और संचालक भी इस अभियान के सशक्त स्तंभ हैं। इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ योगदान के लिए शिक्षकों का भी सम्मान किया गया। 

*तेजाजी थानक पर लगाई ढोक* 

स्पीकर बिरला ने तेजा दशमी के अवसर पर शहर के विभिन्न स्थानों पर तेजाजी थानकों पर ढोक लगाकर आशीर्वाद लिया। बिरला ने कहा कि सामाजिक सद्भाव, परोपकार और लोक कल्याण के लिए समर्पित लोकदेवता तेजाजी महाराज का जीवन सभी के लिए प्रेरणीय है। तेजाजी महाराज ने समाज के शोषित वर्ग की रक्षा करने का संदेश दिया था। उनका जीवन हम सभी को अपने विचार और सिद्धांतों पर अड़िग रहकर प्राणी मात्र की सेवा करने की शिक्षा देता है।