यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा के बयान जिसमें कहा गया था कि 2025 में सभी निकायों के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे। ऐसे में उन 91 निकायों में समय से पहले चुनाव होंगे, जिनका कार्यकाल 2026 तक है। वहीं, जयपुर, जोधपुर एवं कोटा सहित 56 निकायों में चुनाव समय पर होंगे। वहीं, जयपुर, जोधपुर एवं कोटा निकाय फिर से एक होंगे। बयान के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है।पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि हार के डर से भाजपा सरकार ने वन स्टेट वन इलेक्शन के नाम पर नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर परिषद के चुनाव 1 वर्ष के लिए टाल दिए है। खाचरियावास ने कहा कि 28 नगर पालिकाओं, 16 नगर परिषदों और पांच नगर निगमो का कार्यकाल पूरा होने वाला है। उससे पहले ही स्वायत शासन मंत्री ने घोषणा कर दी कि हम सभी जगह प्रशासुक लगाएंगे।उन्होंने कहा- पहले भाजपा ने छात्र संघ मे छात्रों के चुनाव रद्द कर दिए, अब भाजपा सरकार विधानसभा उपचुनाव मे जाने से पहले सभी उपचुनाव नगर निकाय के रोक चुकी है और अब 50 से ज्यादा शहरों और कस्बों में होने वाले चुनाव रोक दिए गए हैं। मात्र 9 महीने में भाजपा की डबल इंजन की सरकार फेल हो गई। सरकार जनता का सामना करने से डर रही है क्योंकि राज्य की सरकार जानती है की सरकार नाम की कोई भी चीज राजस्थान में नहीं है। जेडीए, नगर निगम सहित सभी सरकारी संस्थानों में इन नौ महीना में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है, जनता की सुनने वाला कोई नहीं है। सभी विकास कार्य ठप्प हो गए हैं, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जो वायदे जनता से किए थे उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं कर पाई। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है इसलिए सरकार राजस्थान में किसी भी चुनाव का सामना नहीं करना चाहती।