प्रदेश की छह सीटों पर होने वाले उप चुनाव को भारतीय आदिवासी पार्टी ने बड़ा फैसला किया है। बीएपी किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। बीजेपी इस बार अकेले चुनाव लड़ने जा रही है। वहीं कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर भी अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।बीएपी प्रदेश की 6 में से चार सीटों पर उप चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है। इनमें पार्टी ने चौरासी,सलूंबर के साथ दौसा और देवली उनियारा से भी अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।बीएपी के चार सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की वजह से कांग्रेस और बीजेपी के समीकरण बिगड़ेंगे। पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन की चर्चाएं थी लेकिन गठबंधन नहीं होने की वजह से अब उप चुनाव में नए समीकरण बनने की संभावना है।बीएपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर जितेंद्र मीणा ने कहा कि फिलहाल गठबंधन को लेकर किसी पार्टी से कोई चर्चा नहीं हुई है। बीएपी चार सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। हम कोई गठबंधन करने नहीं जा रहे हैं। बीएपी सांसद राजकुमार रोड भी गठबंधन से इनकार कर रहे है। राजकुमार रोत ने कहा कि अभी किसी से गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। 99 फीसदी संभावना है कि पार्टी अपने दम पर स्वतंत्र चुनाव लड़ने जा रही है। हम जनता के मुद्दों पर लड़ते हैं। अब तक जिस तरह जनता ने भरपूर सहयोग दिया है, इस तरह का सहयोग हमें उप चुनाव में मिलेगा क्योंकि हम सीधे ग्रास रूट के मुद्दे उठा रहे हैं।