भाद्रपद शुक्ल अष्टमी पर अरणा माता का मेला आयोजित, उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
मेला भोपे के गाल फोडऩे की रस्म के साथ शुरू हुआ मेला
बून्दी। अन्थड़ा गांव के अरणा माताजी मंदिर में भाद्रपद शुक्ल अष्टमी पर आयोजित होने वाला एक दिवसीय मेला भोपे के गाल फोडऩे की रस्म के साथ बुधवार को शुरू हुआ। बुधवार सुबह पटेल महावीर नागर के यहाँ से आई पूजन सामग्री से पं.दामोदर प्रसाद दाधीच ने मंत्रोच्चार के साथ अरणा माता जी की पूजा अर्चना करवाई गई। मातेश्वरी की पूजा के साथ ही मंदिर में स्थापित अन्य देवी देवताओं की पूजा कर के भोग लगाया। मंदिर का भोपा पुजारी दुर्गा लाल माली का परिवार लगातार 13वीं पीढ़ी से माताजी की सेवा पूजा करते चले आ रहा है। गाल फोडऩे की रस्म भोपा राधेश्याम सुमन ने सम्पन्न करवाई। गाल मांगी लाल सुमन का फूटा। गाल फोड़ने की रस्म को देखने स्थानीय ही नहीं अपितु पूरे राज्य भर से श्रद्धालु अंथड़ा में अरणा माता के दरबार में पहुँचते है।
श्रद्धालुओं में मान्यता है कि यदि भोपे का गाल सहजता से फूट जाता है तो इस साल फसल अच्छी होने का प्रमाण माना जाता है।  अरणा माता के पूजा के साथ साथ ही तेल का चढ़ावा चढ़ाया जाता है।जागरण की रात से ही श्रद्धालु पैदल एवं दुपहिया एवं चौपहिया वाहनों से आ रहे थे। रात को जागरण मे आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था मेला कमेटी द्वारा की गई थी। बुधवार अष्टमी को मेले की शुरुआत होने के साथ ही प्रसादी वितरण का कार्यक्रम भी लगातार जारी रहा। 
आसपास के गांव बथवाडा ,लिलेडा व्यासान, हाडो का पीपल्दा, साथेली, कराड का बरधा, लालपुरा, ठिकरिया चारणान, कोथ्या, नमाना रोड, कोटा, बूंदी एवं अन्य जिलों से हजारों की संख्या में रात को ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। अरणा माता मंदिर कोटा बूंदी नेशनल हाईवे के पास नमाना रोड से 12 किलोमीटर दूर अन्थडा गांव में विराजमान हैं।  अरणा माता समिति द्वारा 9 बोरी शक्कर से बनी नुक्ती की प्रसादी का वितरण किया गया श्रद्धालुओं के लिए किया गया। गांव के लक्ष्मी नारायण नागर, छीतर लाल नागर,राम कैलाश नागर,मोहन सिंह हाड़ा,देवराज नागर, रामप्रसाद दाधीच,रमेश चंद दाधीच,धनराज सुमन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।