मिडिल ईस्ट में भारत का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को खाड़ी देश और भारत के बीच संबंधों का नया आयाम सामने आया। मध्यपूर्व यानी मिडिल ईस्ट के सबसे अहम छह देशों के संगठन खाड़ी सहयोग परिषद के साथ पहली बैठक के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर सऊदी अरब पहुंच गए हैं। जयशंकर की यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यात्रा के दौरान जयशंकर जीसीसी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। खाड़ी सहयोग परिषद में छह देश हैं सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात बहरीन, कतर, कुवैत और ओमान। विदेश मंत्रालय ने कहा, जीसीसी क्षेत्र भारत के लिए एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार देश के रूप में उभरा है और यहां लगभग 89 लाख की बड़ी आबादी निवास करती है। विदेश मंत्रियों की बैठक भारत और जीसीसी देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में संस्थागत सहयोग की समीक्षा करने और उसे गहरा करने का अवसर होगा। इसके बाद जयशंकर 10 से 11 सितंबर तक जर्मनी और 12 से 13 सितंबर तक स्विट्जरलैंड की यात्रा पर भी जाएंगे। इस बीच, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान 9 से 10 सितंबर तक दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत में होंगे। क्राउन प्रिंस द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।