कोटा। अघोरी बाबा बनने के लिए रेल कर्मचारी का 13 साल का एक बच्चा रविवार को घर से भाग गया। गनिमत रही की शाम को बच्चा अहमदाबाद में सकुशल मिल गया। बच्चे को लेने परिजन सोमवार तड़के कोटा से रवाना होंगे। पुलिस ने बताया कि अस्पताल के पास रेलवे कॉलोनी निवासी महेंद्र चतुर्वेदी सिग्नल विभाग में सुपरवाइजर पद पर कार्यरत हैं। इनका एक पार्थ नाम का एक पुत्र आठवीं कक्षा में एक निजी स्कूल में पढ़ता है। तड़के करीब तीन बजे पार्थ अचानक घर से गायब हो गया। पिता महेंद्र सुबह सैर पर जाने के लिए उठे तो उन्हें घर का मुख्य दरवाजा खुला मिला और पार्थ कहीं नजर नहीं आया। पहले तो महेंद्र ने सोचा की रविवार होने के कारण पार्थ सुबह कहीं घुमने या दोस्तों के पास चला गया होगा। लेकिन पार्थ के 7-8 बजे तक भी लौटकर नहीं आने पर परिजनों की चिंता बढऩे लगी। पार्थ का फोन घर पर ही था। इसके बाद उसके दोस्तों को फोन किया गया। सबने पार्थ की कोई भी जानकारी होने से साफ मना कर दिया। इसके बाद परिजनों ने पार्थ को रिश्तेदारों, कॉलोनी और स्टेशन सभी जगह तलाश करना शुरु कर दिया। पार्थ का कहीं पता नहीं चलने पर महेंद्र ने पार्थ की गुमशुदगी की रिपोर्ट रेलवे कॉलोनी थाने में दर्ज करवाई। 

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सोशल मीडिया पर की अपील

इसके बाद महेंद्र ने फोटो सहित पार्थ की गुमशुदगी का एक मैसेज सोशल मीडिया डाला। देखते ही देखते यह मैसेज सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर जमकर वायरल हो गया। पुलिस ने भी आरपीएफ, जीआरपी और सभी थानों पर पार्थ की गुमशुदगी की रिपोर्ट डाल दी। 

शाम को चला पता

पार्थ के गुमशुदगी का पता शाम को चला। सुबह ट्रेन से पार्थ सीधा अहमदाबाद चला गया था। यहां पार्थ ने खुद स्टेशन अधीक्षक के पास जाकर बताया कि वह कोटा का रहने वाला है और रास्ता भटक गया है। स्टेशन अधीक्षक से उसने अपनी मां से बात करने की इच्छा जताई, इसके लिए पार्थ ने स्टेशन अधीक्षक को अपनी मां का मोबाइल नंबर भी बताया। इसके बाद पार्थ के अहमदाबाद होने का पता चला। बाद में कोटा पुलिस की सूचना पर अहमदाबाद पुलिस ने पार्थ को अपने को अपने कब्जे में ले लिया। 

अघोरी बनने के लिए निकला घर से

परिजनों ने बताया कि गायब होने से पार्थ ने अपने घर में एक नोट छोड़ा है। इसमें उसने अघोरी बनने के लिए घर छोडऩे की बात लिखी है। परिजनों ने बताया कि पार्थ पढ़ाई में ठीक है। घर में धार्मिक माहौल रहता है। पार्थ मंदिर जाता है और पूजा पाठ करता है। लेकिन पार्थ की तरफ से कभी भी कोई असामान्य गतिविधि नजर नहीं आई। इससे लगे की यह कभी घर छोड़कर जा सकता है। अब पार्थ से पूछताछ के बाद ही स्थिति पूरी तरह साफ होगी।