श्री गोकरूणा चातुर्मास आराधना महोत्सव

वैष्णव समाज ने श्री गोकरूणा संत सत्कार समारोह में देशभर से आए संतों का किया सत्कार  

वैष्णव भगवान विष्णु के उपासक और भगवान विष्णु गोसेवा से प्रसन्न : गोऋषि स्वामी दत्तशरणानंदजी महाराज

रेवदर। श्री मनोरमा गोलोक नंदगांव केसुआं में चल रहे श्री गोकरुणा चातुर्मास आराधना महोत्सव में आज बनासकांठा, जालोर, सिरोही, पाली व सांचौर के वैष्णव समाज के प्रतिनिधियों ने देशभर से आए सैंकड़ों संतों का सत्कार किया। इस दौरान समाज के लोगों ने गोऋषि स्वामी दत्तशरणानंदजी महाराज, सुरजकुंड के पूज्य सिद्ध संत श्री अवधेश चैतन्य जी महाराज व पूज्य महंत श्री चेतनानंदजी महाराज डण्डाली आबुराज, संत योगेशदासजी अहमदाबाद, दयानंदजी शास्त्री संगरिया हनुमानगढ़, सनकादिक जी महंत गिरवर सिरोही, जगदीशदास जी महंत देवलयाली, गिरधर गोपाल शास्त्री वृंदावन आदि संतो से आशीर्वाद लिया। संत सत्कार समारोह को संबोधित करते हुए गोऋषि स्वामी दत्तशरणानंदजी महाराज ने कहा कि भारतवर्ष में वैष्णव ब्राह्मण एक प्रतिष्ठित जाति हैं। हमारे ग्रंथों के अनुसार वैष्णव समाज विष्णु के उपासक होते है और भगवान विष्णु केवल गोसेवा से प्रसन्न होते है तो ये समाज के लोगों के लिए गौरव की बात है कि आदि अनादि काल से ही समाज का गोसेवा से कितना गहरा संबंध है। वैष्णवीय आध्यात्मिक मार्ग में परम्परानुसार इन्हें गुरु पद प्राप्त है। इस अवसर पर रेवासा धाम से लाइव संबोधित करते हुए मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्रदासजी महाराज ने कहा कि वैष्णव समाज का सौभाग्य है कि पूज्य पथमेड़ा महाराज जी की पावन निश्रा में संत सत्कार समारोह में देशभर से आए संतों का सम्मान किया। पूर्वजन्म का प्रारब्ध ही हमें गौ सेवा जैसे पुण्य कार्य करने का अवसर प्रदान करता है। जो केवल वैष्णव समाज के लोगों को मिला है। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक उदाराम वैष्णव सांचौर ने कहा की पथमेड़ा महाराज जी के आशीर्वाद से ही संत सत्कार समारोह में वैष्णव समाज के प्रतिनिधि गोसेवा के इस पावन अभियान से जुड़े हैं यह समाज के सभी लोगों के लिए सौभाग्य की बात है। मेड़ता सिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुशील दिवाकर कहा कि मां मीरा कृष्ण की अनन्य भक्त थी और भगवान श्री कृष्णा गोमाता के सेवक। ऐसे में मेरा भाग्य मुझे आज नंदगांव की तपोभूमि पर खींचकर ले आया जिससे मेरा जीवन धन्य हो गया। 

वैष्णव समाज के प्रतिनिधियों ने संतो का किया सत्कार

इस दौरान चातुर्मास में पधारे वैष्णव समाज के गोभक्तो ने अयोध्या, मथुरा, वृन्दावन, हरिद्वार, चित्रकूट, काशी, पुरी व 121 दंडी स्वामी सहित देशभर के सैकङों यतीवृन्द संत महात्माओं का तिलक अर्चन साष्टांग दण्डवत प्रणाम कर विधिवत सत्कार संपन्न किया। इससे पूर्व वैष्णव समाज के सैंकड़ों लोगों ने मनोरमा गोलोक परिक्रमा कर गौपूजन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक उदाराम वैष्णव सांचौर, गणपतलाल वैष्णव सांचौर, अशोक कुमार वैष्णव सांचौर, मानदास एडवोकेट सांचौर, प्रतापदास डीसा, ओमप्रकाश रोहिडा, कल्याणदास मंडार, गोपालदास भीनमाल, कैलाश वैष्णव आहोर, तुलसीदास वैष्णव जालौर, जगदीशदास नेतरा पाली, सुशील दिवाकर अध्यक्ष प्रेस क्लब मेड़ता सिटी, कन्हैयालाल आहोर, इंद्रदास गुडा बालोतान, थिरपालदास जैसलमेर, डॉ विष्णुदास सांचौर व हरीश वैष्णव आबूरोड़ सहित सैंकड़ों समाज बंधु मौजूद रहे। समारोह का मंच संचालन डूंगराराम पुरोहित ने किया।