सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान मे जैन मुनि अनुसरण सागर महाराज के सानिध्य में शहर के सभी जिनालयों में दिगम्बर जैन धर्मावलंबियों का रोट तीज पर्व शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौंला एवं राकेश संघी ने बताया कि रोट तीज पर्व को लेकर मंदिरों में तीन चोबिसी विधान, मण्डल विधान, अभिषेक व शांतिधारा सहित कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। उन्होंने बताया कि भाद्रपद शुक्ला तृतीया को नित्य प्रति पूजा के साथ चोबिस महाराज की तीन चोबिसी पूजा जगह जगह मंदिरों में गई। हितेश छाबड़ा ने बताया कि जैन समुदाय में रोट तीज का त्योहार का बड़ा ही महत्व है। रोट तीज के दिन पूजा विधान से लक्ष्मी अटल रहती है। इस दिन महिलाओं ने रोट तीज का व्रत एवं उपवास भी किया है। जैन समाज के मंत्री महावीरप्रसाद पराणा एवं त्रिलोक सिरस ने बताया कि दिगम्बर जैन धर्मावलंबियों का शहर के सभी जैन मंदिरों में 8 सितंबर रविवार से दशलक्षण महापर्व प्रारंभ होंगे जो मंगलवार 17 सितंबर तक चलेंगे। इस दौरान दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन होंगे। बड़ा जैन मंदिर के अध्यक्ष विनोद जैन, मंत्री मोहित चंवरिया एवं कोषाध्यक्ष विमल गिन्दोडी ने बताया कि 13 सितंबर को सुगन्ध दशमी मनाई जाएगी एवं 17 सितंबर को अनन्त चतुर्दशी तथा दशलक्षण महापर्व का समापन पर बड़े जैन मंदिर पर सामूहिक कलशाभिषेक होंगे। महावीरप्रसाद छाबड़ा एवं अशोक बिलाला ने बताया कि बुधवार को षोडशकारण समापन कलशाभिषेक एवं पड़वा ढोक़ क्षमावाणी पर्व मनाया जाएगा।