कोटा। नई चली उदयपुर-आगरा कैंट वंदे भारत ट्रेन का वर्किंग विवाद गुरुवार को और बढ़ गया। इसके चलते गंगापुर और आगरा में एक दूसरे के गार्ड को पीट दिया और कपड़े फाड़ दिए। गंगापुर जीआरपी ने मामला दर्ज किया है। इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन का कांच और लॉक भी इस विवाद में टूट गया। बढ़ते विवाद के चलते शुक्रवार को गंगापुर के गार्ड के मथुरा में पीटे जाने की योजना की जानकारी सामने आ रही है। 

कर्मचारियों ने बताया कि पिछली बार की तरह कोटा से गंगापुर के चालक ट्रेन लेकर आगरा पहुंचे थे। यहां पर वापसी में आगरा के स्टॉफ ने धक्कामुक्की करते हुए गंगापुर के चालकों को जबरन ट्रेन के कैबिन से उतार दिया। इसके बाद आगरा के गार्ड-ड्रावइर ट्रेन लेकर गंगापुर पहुंचे। यहां पर भी गंगापुर स्टॉफ और कर्मचारी संगठनों ने भारी हंगामा और नारेबाजी करते हुए आगरा के गार्ड-ड्राइवरों को जबरन ट्रेन से उतारने की कौशिश की। किसी अनहोनी की आशंका के चलते आगरा के गार्ड और ड्राइवर अंदर से कैबिन का दरवाजा बंद कर बैठ गए। इसके बाद काफी मशक्कत कर गंगापुर स्टॉफ ने जैसे तैसे चालक के कैबिन का दरवाजा खुलवा लिया। इसके बाद गंगापुर के स्टॉफ ने आगरा के चालकों को जबरन नीचे उतारकर खुद 

ट्रेन चलाने के लिए कैबिन में घुस गए। 

घुसा मारकर तोड़ा कांच

इस दौरान पिछे गार्ड कै कैबिन का दरवाजा खुलवाने लिए एक दर्जन से अधिक कर्मचारी जुटे हुए थे। बाहर से कर्मचारी औजारों की मदद से दरवाजे का लॉक खोलने की कोशिश कर रहे थे। इसके लिए कर्मचारियों ने लॉक में घुसे औजारों पर पत्थर भी मारे। काफी प्रयास के बाद बाद भी लॉक नहीं खुलता देख गुस्से में आए एक कर्मचारी ने दरवाजे के कांच पर जोर से मुक्का मार दिया। इस प्रहार से दरवाजे का शीशा चटक गया। इस दौरान काफी मशक्कत के बाद लॉक भी टूट गया।

 लॉक टूटने के बाद कर्मचारियों ने केबिन का दरवाजा खोलकर अंदर बैठे आगरा के गार्ड राघवेंद्र सारस्वत को बाहर निकाल कर प्लेटफार्म पर पीट दिया पीट दिया। साथ ही राघवेंद्र की कमीज भी फाड़ दी। बाद में राघवेंद्र ने अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ ड्यूटि से जबरन उतार कर उससे मारपीट और अभ्रदता करने तथा कपड़े फाडऩे का मामला दर्ज करवाया है। रिपोर्ट दर्ज कर जीआरपी मामले की जांच कर रही है। इस घटना के चलते ट्रेन 10 मिनट से अधिक समय तक गंगापुर में ही अटकी रही।

मोबाइल में वीडियो बनाती रही आरपीएफ

दरवाजे का लॉक और कांच तोड़े जाने के दौरान आरपीएफ भी मौके पर मौजूद थी। लेकिन कर्मचारियों को लॉक और कांच तोड़ने से रोकने की जगह आरपीएफ इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाती रही। हालांकि इस दौरान एक जवान ने कांच तोड़ने वाले कर्मचारियों का नाम भी पूछने की कोशिश की।

लेकिन इसके बाद भी शीशा और लॉक तोड़कर तोड़कर रेल संपत्ती को नुकसान पहुंचने के मामले में गंगापुर आरपीएफ ने दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करना जरुरी नहीं समझा। 

आगरा में पिटा गंगापुर का गार्ड

इस घटना की सूचना आगरा में मिलने पर यहां के कर्मचारियों ने जमुनाब्रिज-कोटा पैसेंजर ट्रेन लेकर आने वाले गार्ड रामकेश मीणा के साथ ईदगाह स्टेशन पर मारपीट कर इसके भी कपड़े कमीज फाड़ दी। साथ ही लाइन बॉक्स उठाकर पटरी पर फेंक दिया। बाद में रामकेश यात्रियों की मदद से जैसे-तैसे अपना लाइन बॉक्स उठाकर कोटा के लिए रवाना हुआ। रामकेश द्वारा ट्रेन पहुंचने पर गंगापुर में आगरा के कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट करने और कपड़े फाडऩे की रिपोर्ट दर्ज करवाने की बात कही जा रही है। 

आज भी हो सकता है झगड़ा

सूत्रों ने बताया कि यदि समस्या का हल नहीं हुआ तो शुक्रवार को भी मामले को लेकर झगड़ा सामने आ सकता है। आगरा के स्टॉफ द्वारा मथुरा में गंगापुर के गार्डों को पिटने की योजना तैयार की जा रही है। 

चार दिन पहले भी हुआ था झगड़ा

उल्लेखनी है कि ट्रेन चलने के पहले दिन सोमवार को भी आगरा और गंगापुर में ट्रेन चालकों का झगड़ा हुआ था। दोनों ने एक दूसरे के चालकों को पिट दिया था। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन से चार दिन में समस्या का हल करना जरुरी नहीं समझा। इसके चलते दैनिक समाचार पत्र जननायक ने पहले ही गुरुवार को झगड़े की आशंका जता दी थी। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन ने झगड़ा रोकने के पुख्ता इंतजाम नहीं किए। इस मामले में प्रशासन अभी तक कर्मचारियों के आगे पूरी तरह नतमस्तक नजर आ रहा है।