रामसा पीर के जयकारों और रिमझिम फुहारों के बीच मेघवाल समाज ने निकाली भव्य शोभायात्रा
देखने उमड़े क्षेत्रवासी, युवाओं में दिखा उत्साह
बून्दी। प्रतिवर्ष की भांति बालचंद पाड़ा मेघवाल मोहल्ला स्थित बाबा रामदेव जी के मंदिर से मेघवाल पंचायत एवं बाबा रामदेव महाराज मंदिर विकास समिती के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। असिस्टेंट प्रोफेसर जितेन्द्र वर्मा ने बताया की शोभायात्रा से पूर्व मंदिर परिसर में मुख्य कलश एवं घोड़ी की बोली लगाई गई। मंदिर में पूजन और आरती के पश्चात जयकारों के साथ  अभयनाथ महादेव मंदिर से शोभायात्रा विधिवत रूप से प्रारंभ हुई। शोभायात्रा में स्थानीय पार्षद रोहित बैरागी शामिल रहे।  मेघवाल समाज अध्यक्ष सुरेंद्र घोड़ावत, जगदीश महाराज, मेघराज बरूंधना, सुरेश मेघवाल, राजेन्द्र घोड़ावत, रामदेव मेघवंशी, सोहन लाल खुवाडा, रमेश चीफ,  अनिल डंडवासिया, देवी लाल मेघवाल, सत्यनारायण मेघवाल, रामस्वरूप मेघवाल, रामपाल मेघवाल, ओमप्रकाश मेघवाल, महावीर मेघवाल कन्हैया लाल, प्रेम शंकर मेघवाल ने शोभायात्रा में व्यवस्थाएं देखी। शोभायात्रा में मुख्य घोड़ी पर रामपाल मेघवाल ने नेतृत्व किया जिसके पीछे ऊंट, घोड़ी, ऊंटगाड़ी, बैंड बाजों के बीच नाचते गाते और रामसा पीर के जयकारे लगाते नवयुवक एवम् युवतियां मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। शोभायात्रा अभयनाथ महादेव, मालियों की हताई,  सूरज जी का बड़, नाहर का चोहट्टा होकर बुलबुल का चबूतरा पहुंची जहां पर महिलाओं ने कलश धारण किए। परंपरागत वेशभूषा में सजे महिला पुरुष बाबा के जयकारे लगाते हुए मुख्य झांकी के आगे शामिल हुए।  नवयुवक मंडल से सुनील, जितेन्द्र, हिमालय, महेंद्र, निर्मल, राजकुमार,  फूलचंद, रवि, महेश, राजू, परवीन, महावीर, प्रकाश, वेदप्रकाश, दिनेश, रोहित, प्रेमशंकर, निर्मल वर्मा, दिलीप, ब्रह्मप्रकाश, मनीष आदि नाचते गाते  शामिल हुए। तेज बारिश भी भक्तो का जोश कम नहीं कर पाई। मन्दिर परिसर पहुंचकर शोभायात्रा संपन्न हुई तत्पश्चात पंगत प्रसादी का आयोजन हुआ। बाबा की दूज पर सभी ने घरों में चावलो का भोग बना कर मन्दिर में चढ़ाया और अच्छी बारिश और सुख समृद्धि की कामना की।


रात भर जागरण में भाव विभोर हुए समाजबंधु
बुधवार को पड़वा के जागरण का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में बाहर से आए अनिल वर्मा एंड पार्टी के कलाकारों ने गणेश वंदना से कार्यक्रम का आगाज किया। बाबा घोड़े ने घुमा दे, रुणिचा का गेला में, खम्मा खम्मा रे रुनेचे का धनिया, तंबूरा की तान बाबा रामदेव ने सोहे आदि एक से बढ़कर एक बेहतरीन भजनों की प्रस्तुतियां दी गई, इस दौरान मेघवाल समाज के गणमान्य लोग, आमंत्रित अतिथि एवम् सभी महिला पुरुष मौजुद रहे।