बून्दी। कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश संयुक्त सचिव विकास शर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर लाखेरी उपखंड अधिकारी को कैलाश गुर्जर को सेवा से बर्खास्त कर उनके विरुद्ध दर्ज मुकदमे में चालान पेश करने की मांग की है।
विकास शर्मा ने बताया कि उपखंड अधिकारी कैलाश गुर्जर ने बूंदी में पदस्थापित रहते हुए करोड़ों रुपए की सिवायचक जमीन को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर न्यायालय में अवकाश के दिन आदेश कर भूमाफियो के हवाले कर दिया जिसकी शिकायत तत्कालीन संभागीय आयुक्त को करने पर उन्होंने राज्य सरकार से गुर्जर को पद मुक्त करने की मांग की थी जिस पर राज्य सरकार ने गुर्जर को निलंबित कर दिया पर राजनीतिक प्रभाव से चंद दिनो मे ही आरएएस कैलाश गुर्जर को मलाईदार पोस्ट पर सरकार ने पदासीन कर दिया था। विकास शर्मा ने मुख्यमंत्री से मांग की है की सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में जिस प्रकार बूंदी नगर परिषद की सभापति मधुबन नुवाल को जांच में दोषी मानते हुए पद से निलंबित करते हुए पार्षद के पद से भी निलंबित किया है इस प्रकार संभागीय आयुक्त की जांच में दोषी पाए गए प्रशासनिक अधिकारी के विरुद्ध माननीय न्यायालय के आदेश के बाद दर्ज मुकदमे में 15 माह गुजर जाने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे सिद्व हो रहा है कि राज्य सरकार दोषी अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर उन्हे बचाने का प्रयास कर रही है। शर्मा ने आपसे निवेदन है कि राज्य सरकार यदि दोषियो के विरूद्व निष्पक्ष कार्यवाही कर रही है तो सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान करने वाले लाखेरी उपखंड अधिकारी कैलाश गुर्जर को तुरंत सेवा से बर्खास्त कर उनकेे विरुद्ध दर्ज मुकदमे में चालान पेश कर सजा देनी चाहिए।