भारतीय राष्ट्रीय किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज दुबे ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजकर
केंद्र सरकार से धान व सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने की मांग करते हुए कहा की नए समर्थन मूल्य से धान एवम सोयाबीन उत्पादक किसानो को भारी नुकसान है।नए समर्थन मूल्य से किसानो की आय दोगुनी होना तो दूर फसल की लागत भी मिलना मुश्किल है।
मनोज दुबे ने कहा की सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2300 व सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 रूपए क्विंटल घोषित किया है।जो लागत से भी काफी कम है।नए समर्थन मूल्य से धान किसानो को 1700 रूपए क्विंटल व सोयाबीन किसानो को 3108 रूपए क्विंटल का भारी नुकसान है।सरकार धान का समर्थन मूल्य बढाकर 4000 रूपए क्विंटल व सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढाकर 8000 रूपए क्विंटल घोषित करे।
मनोज दुबे ने कहा की धान का समर्थन मूल्य 2300,सोयाबीन का 4892 घोषित करने से क्या किसानो का कल्याण होगा ? बडा सबाल है।वर्तमान मे महंगाई के कारण जहां खाद,बीज,जुताई,बिजाई,
खरपतबार नाशक दवा,कीटनाशक दवा,फसल कटाई,थ्रेसर,मजदूरी,मंडी खर्च,डीजल सहित सभी कृषि संसाधन महंगे हैं,इस मूल्य में किसान की लागत पूरी तरह से निकल पाना संभव नहीं है।फिर किसानो की आय दोगुनी कैसै होगी ?
मनोज दुबे ने कहा की महंगाई के इस दौर मे 2300 रूपए क्विंटल मे धान उत्पादक किसानो को लागत खर्च निकालना मुश्किल है।वही सोयाबीन मे भी 4892 रूपए क्विंटल मे लागत खर्च निकलना संभव नही है।ऐसी स्थिति मे सरकार धान व सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़ाए।